हिंडालको से पुणे जा रहे 75 लाख के एलमुनियम की सिल्लियों को ट्रक मालिक और चालक ने मिलकर मनेंद्रगढ़ में बेचा

हिंडालको से पुणे जा रहे 75 लाख के एलमुनियम की सिल्लियों को ट्रक मालिक और चालक ने मिलकर मनेंद्रगढ़ में बेचा

बरगवां पुलिस की तत्परता से समय रहते एलमुनियम सहित 3 हुए गिरफ्तार

बीते दिनों हिंडालको बरगवां प्लांट से पुणे के लिए भेजे जा रहे एलमुनियम की चोरी के मामले में सिंगरौली जिले के बरगवां पुलिस ने छत्तीसगढ़ से तीन आरोपियों को चोरी गए एलमुनियम के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की इस कार्यवाही से कोरिया छत्तीसगढ़ के कबाड़ माफियाओं में भी हड़कंप मच गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 9 जून को *हिंडालको महान अल्मुनियम प्लांट बरगवां से वेस्टर्न मेटल इंडस्ट्रीज पुणे* के लिए भेजा जा रहा *30 टन 62 किलो एलमुनियम की सिल्लियां (इनगड) जिसकी कीमत करीब 75 लाख रुपए* थी उसे ट्रक मालिक और चालक ने मिलकर छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में कबाड़ व्यवसाई को महज *25 लाख* में बेच दिया था। मामले का पता तब चला जब ट्रक का लोकेशन मिलना बंद हो गया। इसके बाद हिंडालको में कार्यरत *इंडो आर्य सेंट्रल ट्रांसपोर्ट के ट्रैफिक इंचार्ज* ने इस बाबत बरगवां थाने में तहरीर दी। जिसमें उन्होंने बताया कि बीते 6 दिनों से पुणे के लिए निकला *ट्रक क्रमांक UP 44AT 4204* वहां पहुंचा ही नहीं।

इस भारी मात्रा में एलमुनियम की चोरी का शक जाहिर में सिंगरौली *पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र कुमार सिंह* के निर्देशन पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई। जिसके बाद *एसडीओपी राजीव पाठक* के मार्गदर्शन में *बरगवां निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह* ने एक टीम गठित कर ट्रक के तलाश ने टीम को भेजा। जहां पुलिस टीम ने ट्रक का लोकेशन ट्रेस करते हुए *छत्तीसगढ़ कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़* जा पहुंची। जहां एक *अज्ञात व्यवसाई के निजी गोदाम* से पुलिस ने चोरी गया एलमुनियम को आरोपियों के साथ धर दबोचा। मामले में पता चला कि *आरोपी संदीप सिंह पिता कृष्णा शंकर उम्र 32 वर्ष, सुभाष चंद्र पांडे पिता रामअजीज पांडे उम्र 52 वर्ष एवं लाल सिंह पिता कृष्णचंद्र बसेरा* ने बड़ी साजिश के तहत इस *75 लाख के एलमुनियम की सिल्लियों को मात्र 25 लाख* रुपए में बेच दिया था। पुलिस ने अपराध क्रमांक 303/2021 धारा 407, 409, 34 आईपीसी के तहत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आज जिला न्यायालय में पेश किया है।

*इनकी रही भूमिका*
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह की अगुवाई में सहायक उपनिरीक्षक अनिल मिश्रा, प्रधान आरक्षक संगीत सिंह, रमेश, राज कुमार त्रिपाठी, आरक्षक विवेक सिंह एवं नरेंद्र यादव की सराहनीय भूमिका रही।