मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह हुआ संपन्न: 27 जोड़ों ने थामा एक दूसरे का हाथ, 2 मुस्लिम जोड़ों का निकाह भी हुआ संपन्न

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह हुआ संपन्न: 27 जोड़ों ने थामा एक दूसरे का हाथ, 2 मुस्लिम जोड़ों का निकाह भी हुआ संपन्न

मुख्यमंत्री विवाह एवं निकाह योजना गरीबों के वरदान: जपं अध्यक्ष

देवसर जपं अध्यक्ष,उपाध्यक्ष, एसडीएम सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने नव दाम्पत्यजोड़ो को दिया आशीर्वाद

देवसर। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह एवं निकाह योजना के अंतर्गत देवसर ब्लाक क्षेत्र के कुल 27 जोड़ों की शादी ब्लाक परिसर श्रीराममंगलशाला में 30 जनवरी दिन सोमवार को विशाल पंडाल के बीच पहले से चयनित जोड़ों की शादी कराई गई, जिसमें 2 मुस्लिम जोड़े भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अतिथि देवसर जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रणव पाठक, जपं उपाध्यक्ष केशव सिंह, देवसर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) विकास कुमार सिंह, जनपद सदस्य बबोल सिंह, सुदामा सिंह, पंवार सरपंच वरुण कुमार द्विवेदी,जनपद सदस्यगण एवं सरपंचगण सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं कर्मचारी-अधिकारीगण मौजूद रहें।
कार्यक्रम में शामिल अतिथियों में देवसर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री पाठक ने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन योजना एक ऐसी योजना है जो गरीबों के लिए वरदान स्वरूप है और वही नव दांपत्त्यि जीवन में आजीवन एक-दूसरे के साथ देने का संकल्प के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों पर विराम लगाने के लिए सामूहिक विवाह सम्मेलन समाज की सबसे बेहतर पहल है। हम सभी को इस तरह के आयोजन में सक्रिय सहभागिता निभानी चाहिए। और जो 27 जोड़ों को समाज के इस आयोजन में दांपत्य बंधन में बांधा गया है, निश्चित रूप से यह समाज की बेहतर पहल है और इस तरह के आयोजन सतत होते रहना चाहिए।यह बात मुख्य अतिथि की आसंदी से जनपद अध्यक्ष ने कार्यक्रम में उपस्थित जनों को संबोधित कर नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देकर कन्यादान किया।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य अतिथियों ने भी कहा कि जिस तरह से अन्य समाज दहेज रूपी कुप्रथा के खात्मा के लिए सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन करती है। ठीक उसी तर्ज पर समाज के लोगों ने सार्थक प्रयास कर यह पहल की है जो अन्य लोगों के लिए भी नसीहत भरी है।और वहीं अतिथियों ने वर-वधू को आशीर्वाद देकर उनके सुखी दांपत्य जीवन की कामना कर 11-11 हजार रुपए का चेक किया एवं घरेलू सामग्री सहित अन्य विधि-विधान पूर्वक द्वारा बेटियों को विदा किया गया।