सिंगरौली में महान कोयला खदान परियोजना के लिए पर्यावरणीय लोक सुनवाई सफलता पूर्वक आयोजित

सिंगरौली में महान कोयला खदान परियोजना के लिए पर्यावरणीय लोक सुनवाई सफलता पूर्वक आयोजित

 

सिंगरौली में हम इस परियोजना को उच्चतम पर्यावरणीय मानकों और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
उक्त बातें जेके सीमेंट लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित महान कोयला खदान की पर्यावरणीय लोक सुनवाई ग्राम बुधेर में आयोजित जन समुदाय को संबोधित करते हुये जेके सीमेंट लिमिटेड के प्रोजेक्ट हेड ललन कुमार झा ने कही। यहां बताते चले कि कोयला मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जेके सीमेंट लिमिटेड को जिले के ग्राम अमिलिया एवं बुधेर के 981.75 हेक्टेयर क्षेत्र में महान कोयला खदान का आबंटन किया गया है। प्रस्तावित खदान के संचालन के लिए पर्यावरणीय लोक सुनवाई का आयोजन म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं जिला प्रशासन ने आज दिन शुक्रवार को ग्राम बुधेर में संजीव मेहरा क्षेत्रीय अधिकारी एवं संजीव पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर की अध्यक्षता में किया गया। जहां अमिलिया एवं बुधेर तथा समीपी गांवों के ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इस दौरान उक्त कम्पनी द्वारा अपने प्रस्तावित परियोजना से होने वाले पर्यावरणीय प्रभावों के आंकलन संबंधी प्रस्तुतिकरण जन समुदाय के समक्ष किया गया। वहीं प्रोजेक्ट हेड ने आगे कहा कि जनसुनवाई में प्राप्त सभी मूल्यवान सुझावों को हमारे पर्यावरण प्रबंधन योजना में शामिल किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परियोजना क्षेत्र के विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच एक सही संतुलन बना रहे। इस अवसर पर गायत्री तिवारी एसडीओपी, केडी बैस सरपंच जमगड़ी, तेजबली साकेत सरपंच अमिलिया, सरई टीआई जितेन्द्र सिंह भदौरिया, माड़ा टीआई शिवपूजन मिश्रा तथा बड़ी संख्या में बुधेर एवं अमिलिया के गणमान्य नागरिक, मीडिया कर्मी तथा कम्पनी प्रबंधन का अमला मौजूद रहा।
रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पेयजल सुविधाओं पर हुई चर्चा
जन सुनवाई में प्रतिनिधियों द्वारा कोयला खदान परियोजना के संबंध में अपनी शंकाओं के विषय में तथा परियोजना खुलने से स्थानीय रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाये, पेयजल तथा सामाजिक विकास के मुद्दों के संबंध में परियोजना प्रबंधन से जानकारी चाही गई। जन समुदाय द्वारा उठाये गये विषयों पर कंपनी के प्राधिकारी आलोक राज गौतम, हेड लाइजन एवं लीगल द्वारा सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई और उन्हें परियोजना के अभिन्न अंग के रूप में समाहित करने का आश्वासन दिया।