पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भी मोहन यादव कैबिनेट में मंत्री बन सकते हैं। उन्हें मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया जा रहा था। वह नरसिंहपुर से विधायक हैं।मध्य प्रदेश की नरसिंहपुर सीट से विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भी सोमवार को मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। पांच बार सांसद रहे प्रहलाद पटेल को लंबा प्रशासनिक अनुभव है और नरेंद्र मोदी सरकार से पहले अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रहे हैं।
प्रहलाद पटेल का जन्म 28 जनवरी, 1960 को नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव में हुआ था। उनके पिता मुलम सिंह पटेल और मां यशोदाबाई पटेल थी। इन्होंने जबलपुर के राजकीय विज्ञान महाविद्यालय से स्नातक और एलएलबी की डिग्री हासिल की है। इनकी शादी पुष्पालता सिंह पटेल से हुई है। इनका एक बेटा है।
पटेल मां नर्मदा के अनन्य भक्त हैं और दो बार नर्मदा परिक्रमा कर चुके हैं। पटेल ने जबलपुर विज्ञान महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष के तौर पर अपने राजनीतिक कॅरियर का आगाज किया था। फिर 1982 में उन्हें भाजयुमो का जिला अध्यक्ष बनाया गया। 1989 में प्रहलाद पटेल पहली बार सिवनी लोकसभा सीट से चुनाव जीते। उन्होंने कांग्रेस के गार्गी शंकर मिश्रा को हराया था। 1996 में भी उन्होंने सिवनी में ही जीत हासिल की। इस बार विमला वर्मा को हराया। 1999 में उनकी सीट बदली और वह बालाघाट से लोकसभा में पहुंचे और 1999 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में राज्यमंत्री रहे। 2014 में दमोह से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद प्रहलाद पटेल ने पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री का प्रभार संभाला। 2021 से दिसंबर 2023 तक उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और जल शक्ति विभाग के राज्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाली।