नामांकन के अंतिम दिन महापौर के लिए 3 तथा पार्षद पद के लिए 85 अभ्यार्थियों द्वारा दाखिल किया गया पर्चा
पार्टियों ने भव्य रैली निकालकर दिखाया दमखम
कई बागियों ने अन्य पार्टियों का दामन थामा, राजनीतिक गलियारे में मचा हड़कंप, डैमेज कंट्रोल करने में जुटी पार्टियां
नगर पालिक निगम सिंगरौली के महापौर पद एवं पार्षद पद के लिये नामांकन जमा करने के आखिरी दिन आज महापौर पद के 3 उम्मीवारों द्वारा अपना नामांकन जमा किया। पार्षद पद हेतु कुल आज 85 उम्मीदवार द्वारा अपना नाम निर्देशन जमा किया गया। जिसमें 38 पुरुष उम्मीदवार एवं 47 महिला उम्मीदवार ने नामांकन किया। गौरतलब है कि महापौर पद के लिए कल 10 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था, जिसमें कांग्रेस से अरविंद सिंह चंदेल, आम आदमी पार्टी से रानी अग्रवाल, शिवसेना से भास्कर मिश्रा, जनता दल यूनाइटेड से तेज प्रताप सिंह, बसपा से वंश रूप साह ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। देश की बड़ी पार्टियों के अलावा अन्य पार्टियों द्वारा भी लोकल बॉडी इलेक्शन में अपनी रुचि दिखाने के कारण अब यह मुकाबला दिलचस्प हो चला है।
शुक्रवार को जहां लगभग सभी पार्टी के नेता अपने कार्यकर्ताओं का हुजूम लेकर पूरे लाव लश्कर के साथ नामांकन करने पहुंचे थे। कांग्रेस उम्मीदवार अरविंद सिंह चंदेल, आप उम्मीदवार रानी अग्रवाल, शिवसेना उम्मीदवार भास्कर मिश्रा, जनता दल यूनाइटेड से तेज प्रताप सिंह, बसपा से वंश रूप साह ने आपको ने कार्यकर्ताओं एवं शुभचिंतकों के साथ पहुँचकर नामांकन पत्र दाखिल किया था। इस दौरान कांग्रेस पार्टी में एकजुटता दिखाई दी थी। पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल समेत जिले के कई कांग्रेसी अरविंद सिंह चंदेल के साथ खड़े दिखे थे। इसके अलावा रानी अग्रवाल के साथ भी लोगों का भारी हुजूम था। वही नामांकन के आखिरी दिन आज भाजपा प्रत्याशी चंद्र प्रताप विश्वकर्मा ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ रैली निकालकर दोबारा अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, सांसद रीति पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष शीर्षकान्त देव सिंह, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल, सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य, देवसर विधायक सुभाष रामचरित्र वर्मा के साथ कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। गौरतलब है कि पार्टियों ने चुनाव के लिए अपनी ताकत झोंक दी है। आगामी समय में यह पता चलेगा की किसकी दावेदारी मजबूत रहेगी। टिकट बंटवारे के साथ ही हर पार्टी में बागावत की स्थिति निर्मित हो गई है। लंबे समय से पार्टी में बने लोगों ने हाईकमान से टिकट की उम्मीद की थी परंतु जिन्हें निराशा हाथ लगी, उनमें से कईयों ने अन्य पार्टियों का दामन थाम लिया। वहीं कई ऐसे थे जो दूसरों के साथ खड़े भले दिखाई दिए परंतु नाम पार्टी का जपते रहे। गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता इंद्रेश पांडे एवं कांग्रेस नेता कुंदन पांडे ने बगावत करते हुए आम आदमी पार्टी का हाथ थाम लिया है। ये सभी रानी अग्रवाल के साथ पर्चा दाखिल करने पहुंचे थे। लोगों की बगावत से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। शनिवार को भी कई कार्यकर्ताओं ने आप पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। वार्ड क्रमांक 5 से रीता गुप्ता को टिकट नहीं दिए जाने के बाद उन्होंने अपने पति राजेश गुप्ता एवं अन्य कार्यकर्ताओं के साथ आप में जाने का फैसला किया था। इसके अलावा वार्ड क्रमांक 8 के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट की आस लगाए बैठी श्रद्धा जयसवाल भी आप नेताओं के साथ खड़ी दिखी। पार्टी कार्यकर्ताओं में दिखी अलगाव की स्थिति को देखते हुए स्थानीय नेता अब डैमेज कंट्रोल में जुट जाएंगे। मान मनोवल का दौर देखने को मिलेगा।