भारतीय जनता पार्टी का सियासी सस्पेंस, महापौर के टिकट के लिए कई नेताओं ने ठोका दावा, देखें ये 9 चेहरे
लोलारक मिश्र द्बारा
सिंगरौली 11 जून मध्य प्रदेश के ऊर्जाधानी में सत्ता का सिंहासन सज चुका है. नगर निगम क्षेत्र में चुनावी माहौल है, लेकिन सिंगरौली महापौर की सीटों पर अब तक प्रत्याशियों का ऐलान भाजपा ने नहीं की है जबकि कांग्रेस ने अपना पत्ता खोल दिया है लेकिन कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. कुल मिलाकर सिंगरौली में बेचैनी बरपी है. चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद महापौर सीट से भाजपा की टिकट के लिए दावेदारी लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन बीजेपी में अभी भी महापौर प्रत्याशी को लेकर सस्पेंस बरकरार हैं. फ़िलहाल भाजपा से महापौर प्रत्याशी के लिए इंद्रेश पांडेय, गिरीश द्विवेदी, चंद्रप्रताप विश्वकर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल, राम सुमिरन गुप्ता, रामनिवास साह, विजय लक्ष्मी शुक्ला , विजय वैश्य PN वैश्य भी चुनाव लड़ने के लिए अपना दावा ठोक दिया है. इन्हीं नामों में से किसी एक उम्मीदवार को टिकट मिल सकता है। कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है लेकिन बीजेपी और बीएसपी ने अपने पत्ते अभी तक नहीं खुले हैं बता दे कि सिंगरौली पूरे नगर पालिक निगम में चुनावी माहौल है, लेकिन बीजेपी और बीएसपी ने अब तक अपने प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है। दोनों ही पार्टियों से चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की लंबी कतार है. ऐसे में वो एक दूसरे के उम्मीदवारों की लिस्ट के लिए वेट-एंड-वाच के मूड में है और ऊर्जाधानी के दिग्गज नेताओं की लंबी कतार है. इसीलिए दोनों ही पार्टियां अभी तक कैंडिडेट का ऐलान नहीं कर सकी हैं ? लेकिन माना जा रहा है कि भाजपा किसी ब्राह्मण पर दांव लगा सकती है। कांग्रेस से अरविंद सिंह चंदेल को मिला टिकट
कांग्रेस ने अपने नगर अध्यक्ष अरविंद सिंह चंदेल को महापौर प्रत्याशी बनाया है लेकिन महापौर प्रत्याशी का ऐलान होने के साथ ही अब कई कांग्रेसी बगावत करने की तैयारी में है तो वही सोशल मीडिया में कांग्रेस उम्मीदवार अरविंद सिंह चंदेल को बागी प्रत्याशी कहां जा रहा है साथ ही कहा जा रहा है कि कांग्रेस हमेशा बागियों को टिकट देती है, विधानसभा में रेनू साहब को टिकट दिये थे और अब नगरी निकाय चुनाव में विधानसभा के बागी रहे अरविंद सिंह चंदेल को लेकिन इनका भी वही हश्र होगा जो रेनू शाह का हुआ है. कांग्रेस को बाहर से कम भीतर से ज्यादा करना पड़ेगा चुनौती का सामना
जन चर्चा है कि विधानसभा चुनाव में साहू समाज रेनू शाह को टिकट मिला था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था हार के कई फैक्टर थे उन्हीं में से एक फेक्टर अरविंद सिंह चंदेल भी थे कहा जाता है कि यदि अरविंद सिंह चंदेल चुनाव नहीं लड़ते तो रेनू शाह की जीत पक्की थी साहू समाज विधान सभा में हुई हार का बदला लेने के लिए अब कांग्रेश में भितरघात करेंगे ऐसे में कांग्रेस को बाहर से कम और भीतर से ज्यादा चुनौती का सामना करना पड़ेगा.