एके एसोसिएट एवं सिंगरौली ट्रेडर्स में जीएसटी व ईओडब्ल्यू टीम का छापा

एके एसोसिएट एवं सिंगरौली ट्रेडर्स में जीएसटी व ईओडब्ल्यू टीम का छापा
सात ठिकानो पर एक साथ छापामार कार्रवाई से मचा हड़कंप, व्यवसायी टीम को देखकर भागे, 22 सदस्यीय टीम ने पुलिस के साथ मारा छापा

सिंगरौली जिले में एक कर सलाहकार बैढ़न के ताली स्थित एके एसोसिएट एवं सिंगरौली ट्रेडर्स समेत 7 ठिकानों पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी विभाग और ईओडब्ल्यू की टीम ने एक साथ छापेमार कार्यवाही की है। इस कार्रवाई में पता चला है कि जांच टीम को सिंगरौली ट्रेडर्स संचालक के पास से कई बोगस फर्म मिली है। उक्त कार्रवाई में सतना, रीवा और सिंगरौली की टीम शामिल हैं। जिसमें 22 सदस्य बताए जा रहे हैं। हालांकि टीम ने यह नहीं बताया कि कितने टैक्स की चोरी हुई है। देर शाम तक कार्रवाई जारी थी।
आज दिन मंगलवार को ईओडब्ल्यू और जीएसटी के टीम को सिंगरौली ट्रेडर्स के खिलाफ बोगस कंपनियों के जरिए इनपुट टैक्स के्रडिट के नाम पर गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इसके बाद आज दोपहर करीब 1 बजें ईओडब्ल्यू और जीएसटी के अधिकारियों और पुलिस बल के साथ सिंगरौली ट्रेडर्स के संचालक साधु शरण के दुकान, गोदाम और एके एसोसिएट कर सलाहकार अनिल कुमार शाह के दफ्तर में छापे मारी शुरू की। इस दौरान टीम ने अलग-अलग सहित 6 ठिकानों पर छापा मार कार्यवाही की हैं। जांच टीम ने फर्म की पड़ताल की जा रही है। जहां सभी काम कागजों पर चल रहे थे। संचालक फर्जी इनवॉइस के बेस पर फर्जी इनपुट टैक्स के्रडिट जनरेट करके शासन को जाने वाले पैसों में सेंध मारी कर सरकार के राजस्व की चोरी करने के आरोप हैं। वहीं जीएसटी से संबंधित कागजों में हेराफेरी की आशंका जताई जा रही है और ईओडब्ल्यू की टीम इसलिए शामिल है, क्योंकि कागजों में अगर गड़बड़ हुई है तो संस्था में वित्तीय अनियमितता भी आवश्यक रूप से की गई होगी। सूत्र बताते हैं कि सिंगरौली ट्रेडर्स के संचालक साधु शरण का सिंगरौली के नौगढ़ इलाके में सीमेंट-सरिया की एक फर्म है, इसके अलावा एक आटा मिल का प्लांट है। साथ ही किसान सहायता केंद्र के नाम से खाद और बीज का भी बड़ा कारोबार है और इसी व्यापारी का टैक्स से संबंधित काम देखने वाले कर सलाहकार अनिल कुमार शाह के यहां पर भी कार्यवाही की जा रही है। बताया जा रहा है कि सिंगरौली ट्रेडर्स नाम की इस फर्म का सारा जीएसटी और टैक्स से संबंधित काम अनिल कुमार शाह देख रहे थे। इसी वजह से अनिल शाह के यहां पर भी ईओडब्ल्यू और जीएसटी टीम ने कागज जप्त किए हैं। यह कार्यवाही देर शाम तक चलती रही, इसमें बड़ी टैक्स की चोरी का खुलासा हो सकता है।
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बोगस फर्मों से टैक्स की चोरी
टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि सिंगरौली ट्रेडर्स किस संचालक ने कई बोगस फर्म के जरिए टैक्स की चोरी की है। कई फर्म ऐसी मिली है कि जिनके नाम से काम किया जा रहा है, लेकिन वह उस पते में है ही नहीं। काम करने वाला दूसरा व्यक्ति हैं, जबकि लाभ लेने वाला दूसरा व्यक्ति है। वहीं बोगस आईटीसी आगे पास ऑन कर विभाग को करोड़ों के राजस्व का नुकसान पहुंचाया। यह कंपनी सिर्फ दस्तावेजों पर मौजूद थी और इसका इस्तेमाल टैक्स चोरी के लिए किया गया। संचालक ने फर्जी खरीद फरोख्त दिखाकर लाखों रुपए का लेनदेन किया है।
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इनका कहना है
इनपुट मिली थी कि फर्जी इनवॉइस के बेस पर फर्जी इनपुट टैक्स के्रडिट जनरेट करके शासन को जाने वाले पैसों में सेंध मारी कर सरकार के राजस्व की चोरी कर रहे थे, यह जिन कंपनियों का नाम बता रहे थे वह सही नहीं लग रहे हैं, जांच इनिशियल स्टेज पर है। सब जल्दी ही सामने आ जाएंगे।
डॉ. अरविंद ठाकुर
एसपी, ईओडब्ल्यू रीवा
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इनका कहना है
वोगस इनपुट टैक्स के्रडिट लेकर राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है। बहुत सारे ऐसे बिजनेस प्रेमिसेस पाए गए हैं जो सही नहीं है, ना ही वह व्यक्ति मिले हैं, कहीं पर भी व्यावसायिक गतिविधियां नहीं मिली है । बावजूद उसे इसके बिजनेस के जारी इनपुट टैक्स के्रडिट ली गई हैं।
दीप खरे
जॉइंट कमिश्नर, जीएसटी सतना