चक्रवाती तूफान का ताण्डव, बेमौसम मूसलाधार बारिश
ओलावृष्टि, तूफान से कच्चे मकानों, पेंड़-पौधों, आम के फलों को भारी क्षति
,सैकड़ों पक्षियों के मारे जाने की खबर
सिंगरौली 6 मई। ऊर्जाधानी के विभिन्न अंचल देवसर, चितरंगी सहित अन्य क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान, ओलावृष्टि एवं बेमौसम मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त पस्त कर दिया है। करीब एक घण्टे तक देवसर, चितरंगी अंचल में चक्रवाती तूफान ताण्डव मचाता रहा। इस तूफान से खपरैल मकानों, झुग्गी झोपड़ी के साथ-साथ पेंड़-पौधों को भारी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि अभी तक किसी प्रकार के जनहानि होने की जानकारी नहीं हो पायी है। बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से गर्मी से राहत मिली है।
दरअसल जिले में करीब 5 दिनों से मानसून ने करवट बदला हुआ है। तीन दिन से अंचल में कहीं-कहीं ओलावृष्टि, बारिश व तूफान का दौर चल रहा था कि आज गुरूवार की अपरान्ह 3 बजे के बाद जिला मुख्यालय बैढऩ में हल्की तूफान के साथ बारिश शुरू हुई तो वहीं देवसर, चितरंगी इलाके में चक्रवाती तूफान ताण्डव मचाने लगा और जैसे ही तूफान थमा कि सुपारी आकार के बराबर ओलावृष्टि व बारिश शुरू हो गयी। करीब तीन से चार मिनट तक ओलावृष्टि हुई। वहीं 45 मिनट से अधिक समय तक तेज चमक गरज के साथ बेमौसम मूसलाधार बारिश हुई है। इस बारिश से जहां सड़कों के गड्ढों, खेतों में पानी जमा हो गया तो वहीं गर्मी से भी भारी राहत मिली है। क्षेत्र में आये अचानक धूल भरी चक्रवाती तूफान से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। साथ ही जगह-जगह सड़कों पर भी पेंड़ों की डालियां गिर गयीं। गनीमत रही कि कोरोना कफ्र्यू के चलते लोग घरों में थे अन्यथा बड़ी घटनाएं भी घट सकती थीं। इधर हमारे जियावन संवाददाता केएस पाठक लकी के अनुसार अंचल में धूल भरी आंधी, ओलावृष्टि एवं बेमौसम मूसलाधार बारिश हुई है। जिसके चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हुआ है। साथ ही फलदार आम के पौधों को काफी नुकसान पहुंचा है। देवसर संवाददाता रामलला चतुर्वेदी के अनुसार चक्रवाती तूफान व मूसलाधार बारिश व ओलों ने कच्चे मकानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। चितरंगी संवाददाता अरूणधर द्विवेदी लाला के अनुसार तूफान एवं बारिश का कहर ज्यादा रहा। इस अंचल में ओलावृष्टि नहीं हुई है, लेकिन धूलभरी आंधी से खपरैल मकानों, पक्षियों को क्षति पहुंची है। वहीं सरई संवाददाता बंशगोपाल जायसवाल के अनुसार इस अंचल में तूफान का असर कम था, लेकिन बेमौसम मूसलाधार बारिश के चलते गर्मी से काफी सकून मिला है और बारिश ने ठण्डक घोल दिया है।
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आम के फलों व खपरैल मकानों को भारी क्षति
धूल भरी आंधी चक्रवात ने इस तरह तबाही मचाया कि सबसे ज्यादा आम के फलों व खपरैल मकानों को नुकसान हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पहले तूफान से आम के फल गिर गये तो कई डालियां धराशायी हो गयीं। खपरैल मकान को भी नुकसान हुआ। तो वहीं रही सही कसर कुछ देर बाद ओलावृष्टि ने पूरी कर दिया। ओलावृष्टि से खपरैल मकानों को भी काफी क्षति हुई है और यह नुकसान देवसर क्षेत्र के नौढिय़ा मुख्य बाजार सहित ढोंगा, खड़ौरा, जियावन, सुपेला, चरकी, अतरवा, कुर्सा, सहुआर, धनहा, कुसेड़ी, कुंदवार, सरौंधा, जोगिनी, हर्रा चंदेल, वहीं चितरंगी के कर्थुआ, पराई, हरफरी, धानी, कोरसर, बरहट, बर्दी, धरौली, फुलकेश, बड़कुड़, चितरंगी, पोंड़ी, नौडिहवा, देवगांव, ओड़ांगी समेत कई गांवों में हुआ है।
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भारी संख्या में पक्षियों की हुई मौत
देवसर इलाके में चक्रवाती तूफान व ओलों के गिरने से भारी संख्या पक्षियों के भी मारे जाने की खबर है। देवसर इलाके में तूफान व ओले का ताण्डव सर्वाधिक रहा है। हालांकि चितरंगी की ओर प्रवेश करते ही कुछ गांवों में इसका असर कमजोर पडऩे लगा। लेकिन इस अंचल में धूल भरी आंधी ने जमकर ताण्डव मचाया है। चितरंगी क्षेत्र के दक्षिणी इलाके में तूफान से तोता, गोरैया, कौआ जैसे पक्षियों के मारे जाने की खबर है। साथ ही यहां भी आम के फलों को काफी क्षति हुआ है।
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गुरूवार तक खराब रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार जिले में अभी आगामी गुरूवार दिन तक मौसम इसी तरह का बेरूखी दिखाता रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान बारिश भी होगी। बेमौसम बारिश से बीमारियों के फैलने की भी संभावना बलवती हो रही है। खांसी, जुकाम जैसे बीमारियां बढ़ेंगी। चिकित्सकों का मानना है कि लोगों को इस दौरान सतर्क एवं सावधान रहने की जरूरत है। नहीं तो लोगबाग इन बीमारियों के चपेट में आ जायेंगे।