मुहिम : स्कूल में महिला पुलिस ने छात्राओं को महिला समेत साइबर अपराध के प्रति किया जागरूक

मुहिम : स्कूल में महिला पुलिस ने छात्राओं को महिला समेत साइबर अपराध के प्रति किया जागरूक

अभिभावकों से भी बच्चों पर ध्यान देने की अपील की

सिंगरौली *पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह* के निर्देशानुसार *महिला थाना प्रभारी शीतला यादव* द्वारा बैढ़न स्थित *शासकीय कन्या हाई स्कूल* में अभियान चलाकर 10वीं से 12वीं तक कि छात्राओं को *महिला संबंधित अपराध समेत साइबर अपराध* के प्रति जागरूक किया गया। *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रवि कुमार वर्मा, सीएसपी देवेश पाठक* के मार्गदर्शन एवं *एसडीओपी राजीव पाठक* के सतत निगरानी में प्रभारी *उपनिरीक्षक शीतला यादव* द्वारा विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए कहा कि हर साल महिला संबंधी अपराधों में वृद्धि देखी जाती है, इसका प्रमुख कारण है कि महिलाएं अपने ऊपर हो रहे शोषण एवं अत्याचार का विरोध नहीं करती। कई बार स्कूली छात्राओं को इस बात का आभास भी नहीं होता कि कैसे वह *ईव टीसिंग* का शिकार हो रही हैं। उन्होंने आगे समझते हुए कहा कि वर्तमान समय में साइबर अपराध चरम पर है। आए दिन नए-नए तरीकों से लोगों को ठगा जा रहा है। इसे रोकने के लिए जागरूक होने की जरूरत है। सभी लोगों को यह समझना होगा कि साइबर अपराध करने वाले लोग बड़े चालाक होते हैं। बड़े सोशल प्लेटफार्म को सावधानी व सतर्कता के साथ प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से अपराधियों के द्वारा इंटरनेट मीडिया को साइबर क्राइम का एक सशक्त माध्यम बनाकर प्रयोग किया जा रहा है। उससे बचने के लिए विद्यार्थियों को खुद जागरूक होने के साथ ही दूसरों को भी जागरूक करना होगा। उन्होंने छात्राओं को समझाया कि मोबाइल के युग में फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल प्लेटफॉर्म आम हो चले हैं। कई बार छात्राएं पहली मुलाकात में अनजान व्यक्ति से संपर्क में आकर उनका भरोसा कर लेती है, जिस कारण वे उन्हें ब्लैकमेल करने लगते हैं। अतः इन सभी बातों को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिले के पुलिस सदैव उनकी सुरक्षा में तत्पर है। किसी भी परिस्थिति में पुलिस से अपनी समस्याएं साझा करें। इसके अलावा उन्होंने सभी अभिभावकों से भी अपील की है कि वह भी अपने बच्चों और उनके गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें। क्योंकि प्रायः देखा जा रहा है छोटी कक्षाओं के छात्र-छात्राएं भी अक्सर स्कूल में मोबाइल फोन लेकर आ रहे हैं, जिससे उनकी पढ़ाई बाधित होती है।