सचिव व संयुक्त सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार ने किया एनसीएल का दौरा

सचिव व संयुक्त सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार ने किया एनसीएल का दौरा

*सचिव, कोयला मंत्रालय ने एनसीएल निगाही स्थित 50 मेगा वॉट के सोलर प्लांट का किया शिलान्यास*

*निर्माणाधीन जयंत सीएचपी का किया अवलोकन व हितग्राहियों से की बात*

सचिव,कोयला मंत्रालय, भारत सरकार डॉ. अनिल कुमार जैन और संयुक्त सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार श्रीमती विस्मिता तेज ने नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल), सिंगरौली (एमपी) का दौरा किया|

एनसीएल मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कोयला सचिव डॉ अनिल कुमार जैन ने राष्ट्र की ऊर्जा ज़रूरत के अनुरूप उत्पादन को बढ़ाने और पर्यावरणीय व सतत तरीके से कोयला प्रेषण करने पर जोर दिया। साथ ही बदलते ऊर्जा परिदृश्य के अनुरूप व्यावसायिक विविधता को अपनाने का आवाहन किया l इस दौरान उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय में एनसीएल के प्रदर्शन की सराहना की ।
इस बैठक के दौरान संयुक्त सचिव, कोयला मंत्रालय श्रीमती विस्मिता तेज, सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह, निदेशक(तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री एस एस सिन्हा, मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री अमित कुमार श्रीवास्तव व अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। इसके पूर्व एनसीएल के मुख्यालय में शुक्रवार को डॉ. अनिल कुमार जैन को गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया ।

*निगाही में सौर परियोजना की रखी आधारशिला*
शुक्रवार को ही डॉ अनिल कुमार जैन ने निगाही परियोजना में एनसीएल की महत्वाकांक्षी परियोजना 50 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र की आधारशिला रखी | यह सौर परियोजना 129.35 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित की जा रही है | इस परियोजना से एक वर्ष में नवीकरणीय तरीके से लगभग 94 मिलियन यूनिट बिजली तैयार होगी और लगभग 78 हज़ार टन कार्बन डाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी | वर्तमान समय में एनर्जी मिक्स में नवीकरणीय ऊर्जा के बढ़ते प्रभाव के दृष्टिगत एनसीएल का यह कदम बेहद अहम है | एनसीएल 273 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन कर नेट जेरो कंपनी बनने की दिशा में कार्य कर रही है |

*निगाही खदान का किया निरीक्षण*
डॉ जैन व श्रीमती विस्मिता तेज ने एनसीएल की निगाही परियोजना के व्यू प्वाईंट से खदान का अवलोकन करते हुए ड्रैगलाइन, शॉवेल-डंपर संयोजन व सर्फ़ेस माइनर की कार्य प्रणाली को देखा | इस दौरान एनसीएल आईआईटी बीएचयू इंक्यूबेशन सेंटर की टीम ने ड्रोन के माध्यम से अधिभार डम्प पर सीड बॉल का छिड़काव किया । इस तकनीकी का उपयोग प्रभावी डम्प पुनर्स्थापना के लिए किया जा रहा है ।

*जयंत क्षेत्र में निर्माणाधीन सीएचपी परियोजना का किया दौरा*
कार्यक्रम की कड़ी में कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन और संयुक्त सचिव श्रीमती विस्मिता तेज ने जयंत में निर्माणाधीन एफएमसी परियोजना की प्रगति का जायजा लिया । अतिरिक्त 15 मिलियन टन वार्षिक क्षमता के इस सीएचपी-साइलो का निर्माणकार्य मार्च 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है | वर्तमान में एनसीएल में सीएचपी की वार्षिक क्षमता 70 मिलियन टन हैl साथ ही अलग अलग परियोजनाओं में निर्माणाधीन सीएचपी व अन्य एफ़एमसी परियोजनाओं के पूरा होने पर वर्ष 2023-24 के अंत तक लगभग शत प्रतिशत उत्पादित कोयला पर्यावरण के अनुकूल और मशीनीकृत तरीकों से भेजा जा सकेगा |

गौरतलब है कि एनसीएल 9 फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी(एफ़एमसी) परियोजनाओं के निर्माण पर लगभग 3 हज़ार करोड़ से अधिक धनराशि का निवेश कर रही है । यह कंपनी के वर्ष 2023-24 में 130 मिलियन टन कोयला उत्पादन व प्रेषण का लक्ष्य पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा |

*हितग्राहियों से की मुलाक़ात*
डॉ जैन व श्रीमती तेज एनसीएल के प्रमुख कोयला उपभोक्ताओं जिनमें एनटीपीसी, यूपीआरवीएनएल, हिण्डाल्को, जेपीवीएन व अन्य के साथ भी रूबरू हुए एवं समन्वय के साथ राष्ट्र की ऊर्जा आकांक्षा पूरा करने का आह्वान किया l