23 करोड़ की कंक्रीट सड़क में लगने लगा डामर का लेप मामला चितरंगी ब्लाक के बीछी से हरमा व हरमा से चितावल पुल तक ,डीएमएफ फण्ड से तीन वर्ष पूर्व हुआ था निर्माण कार्य

23 करोड़ की कंक्रीट सड़क में लगने लगा डामर का लेप
मामला चितरंगी ब्लाक के बीछी से हरमा व हरमा से चितावल पुल तक ,डीएमएफ फण्ड से तीन वर्ष पूर्व हुआ था निर्माण कार्य

सिंगरौली 3 जून चितरंगी ब्लाक के दुर्मम क्षेत्र अभ्यारण्य बगदरा के बीछी से हरमा व हरमा से चितावल कंक्रीट सड़क का निर्माण कार्य क्रियान्वयन एजेंसी म.प्र.ग्रामीण विकास प्राधिकरण क्रियान्वयन इकाई क्रमांक 1 बैढऩ के द्वारा कराया गया था। किन्तु गारंटी अवधि की तिथि समाप्त होने के पूर्व ही करीब 23 करोड़ की सड़क में डामर का लेप लगाया जा रहा है। जहां कंक्रीट सड़क के निर्मण कार्य के गुणवत्ता पर तरह-तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं। दरअसल चितरंगी ब्लाक के बीछी से हरमा करीब साढ़े 9 किलोमीटर लागत 8 करोड़ 80 लाख रूपये की मंजूरी कंक्रीट सड़क निर्माण के लिए वर्ष 2017 में मिली थी। जहां कार्य अक्टूबर 2018 में पूर्ण हुआ था। 5 वर्ष के लिए संधारण की अवधि है। वहीं हरमा से चितावल पुल लागत करीब 14 करोड़ 26 लाख है। इसका कार्य जनवरी 2019 में पूर्ण हुआ था और इस सड़क की गारंटी अवधि 5 साल है। दोनों मार्ग के लिए रकम डीएमएफ फण्ड से काफी विरोध व जद्दोजहद के बाद मंजूर हुआ था। किन्तु आरोप है कि कंक्रीट सड़क निर्माण के कार्य में संविदाकार के द्वारा गुणवत्ता की अनदेखी की गयी है और सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने लगी हैं। अपनी काली करतों को छिपाने के लिए जगह-जगह क्षतिग्रस्त सीमेंट कंक्रीटसड़क में डामर का लेप लगा रहा है। वहीं दोनों मार्ग के लिए करीब 23 करोड़ से अधिक की रकम खर्च की गयी थी। किन्तु इस क रोड़ की सड़क में वाहन हिचकोले खाते हैं। यहां के कई ग्रामीणों का आरोप है कि सीमेंट, कंक्रीट सड़क कार्य ेमें जमकर गुणवत्ता की अनदेखी की गयी है। ग्रामीणों ने इस ओर कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण कार्य की जांच कराये जाने की मांग की है। कंक्रीट सड़क में कई जगह पड़ी हैं दरारें करोड़ों की सड़क में कई जगह दरारे पड़ गयी हैं। तो वहीं गिट्टिया भी बाहर निकल आयी है। जबकि इस मार्ग में हैवी वाहनों का चलना कभी कभार होता है। फिर भी करोड़ों की सड़क क्षतिग्रस्त होकर गिट्टियां बाहर निकल रही हैं। डामर लेप से करतूतों को ढका जा रहा है। इसमें आरोप है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क के अधिकारियों की साठ-गांठ से गुणवत्ता विहीन कार्य संविदाकार के द्वारा कराया गया है। उच्च स्तरीय जांच कराये जाने उठने लगी मांग बीछी, हरमा, चितावल पुल तक कंक्रीट सड़क निर्माण कार्य को लेकर इन दिनों प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क के अधिकारियों की खूब किरकिरी हो रही है। यहां के प्रबुद्ध नागरिकों ने कंक्रीट सड़क मार्ग के कार्याे की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक एवं कलेक्टर से करते हुए कहा है कि विभागीय अधिकारियों के मामले में संदिग्ध है। ठेकेदार को लाभ पहुंचाने हिचकोले खाने के लिए कंक्रीट सड़क का कार्य कराया गया है।