स्कूल के लिए भूमि पूजन और आधारशिला: सुलियरी कोल परियोजना के विस्थपित होंगे लाभान्वित

स्कूल के लिए भूमि पूजन और आधारशिला: सुलियरी कोल परियोजना के विस्थपित होंगे लाभान्वित

सिंगरौली 3 मई जिले के सरई तहसील अन्तर्गत सुलयरी कोल परियोजना से विस्थापित लोगों के लिए खनुआ खास में बनाए गए पुनर्वास कॉलोनी में कक्षा 12 तक के बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल भवन का निर्माण किया जा रहा है। आंध्र प्रदेश मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (एपीएमडीसी) के सौजन्य से तैयार किये जा रहे इस स्कूल के लिए शुक्रवार को भूमि पूजन कर आधारशिला रखी गयी। पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन नीति के अन्तर्गत सुलयरी कोल परियोजना से प्रभावित 10 गांवों के करीब 2000 छात्र-छात्राओं के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध होगी। इस मौके पर विशेष अतिथि के तौर पर स्थानीय विधायक श्री सुभाष रामचरित्र वर्मा उपस्थित थे वहीं झलरी पंचायत की सरपंच श्रीमती सुनीता प्रजापति, मझौली पाठ के पूर्व सरपंच श्री रामपाल सेन, आमडांड़ गांव के श्री विश्वनाथ साह, डोंगरी गांव के मुद्दसिर खान के अलावा कई स्थानीय निवासी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में एपीएमडीसी के जनरल मैनेजर श्री लक्ष्मण राव, अदाणी ग्रुप के सुलियारी साइट हेड श्री अमरेन्द्र कुमार और धिरौली साइट हेड श्री राज किशोर सिंह भी उपस्थित थे। गौरतलब है कि सुलियारी कोल परियोजना से अमरईखोह, डोंगरी, आमडांड़, बजौरी, धिरौली, झलरी, मझौली पाठ, बेलवार और खनुआ के स्थानीय निवासी विस्थापित हुए हैं और उनके पुनर्वास के लिए खनुआ खास गांव में कॉलोनी बनाई गयी है। पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन नीति के अन्तर्गत सभी जरुरी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। अब विस्थापित परिवारों के कक्षा 12 तक के बच्चों को पढ़ाई के लिए उनके कॉलोनी में ही स्कूल भवन निर्माण के लिए आधारशिला रखी गयी जो जल्द ही बनकर तैयार हो जायेगा 7 इसके साथ हीं तय योजनानुसार अगले शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल 2023 से हीं पढ़ाई शुरू की जा सके। इस कार्यक्रम में मौजूद विशेष अतिथि और स्थानीय विधायक श्री सुभाष रामचरित्र वर्मा ने कहा कि “यह स्कूल विस्थापित ग्रामीणों के लिए मददगार साबित होगा और बच्चों को अपनी पढ़ाई के लिए अब कहीं दूर नहीं जाना होगा।उल्लेखनीय है कि यहाँ नर्सरी से कक्षा 12 वीं तक के बच्चे सीबीएसई बोर्ड के अंतर्गत अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर पाएंगे। सुलयरी कोल परियोजना से विस्थापित परिवारों की सुविधा के लिए मार्च 2022 में इसी पुनर्वास कॉलोनी में एपीएमडीसी के तरफ से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण किया गया था। आधुनिक स्कूल भवन निर्माण की आधारशिला रखे जाने के बाद स्थानीय लोगों ने काफी राहत की सांस ली है और उनका मानना है कि अब उनके बच्चे भी आसानी से अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर पाएंगे और उनका भविष्य उज्जवल होगा।