खदानों में हो रही डीजल चोरी की घटनाओं को लेकर एनसीएल प्रबंधन गंभीर नही

खदानों में हो रही डीजल चोरी की घटनाओं को लेकर एनसीएल प्रबंधन गंभीर नही

सिंगरौली 29 अप्रैल एन सी एल की खदानों में हो रही डीजल चोरी की घटनाओं को लेकर एनसीएल प्रबंधन गंभीर नही है। इनदिनों खदानों में डीजल की चोरी की घटना आम बात हो गई है। रोजाना खदान छेत्र से लाखों का डीजल निकाल कर ठिकाने लगा दिया जा रहा है, अधिकारी है कि हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। जबकि इसके रोकथाम के लिए एनसीएल द्वारा करोड़ों खर्च कर खदानों में निजी सुरक्षा एजेंसी की तैनाती की गई हैं। लेकिन हैरत की बात तो यह है कि सुरक्षा का जिम्मा संभाले लोग ही उक्त चोरी में मशगूल है? जिसकी जानकारी एनसीएल के सुरक्षा बिभाग को भी है इसके बावजूद भी कोई कार्यवाई नही होना अपने आप मे सवालिया निशान खड़ा करता है।निगाही व जयंत में हो रही डीजल की चोरी सूत्र बताते है की निगाही के वर्कशाप तथा जयंत खदान के ईस्ट,बेस्ट व वर्कशाप से ताबड़तोड़ हो रही डीजल चोरी रुकने का नाम नही ले रहा। बताते है कि निजी सुरक्षा एजेंसी के मिलीभगत होने से उक्त जगहों पर सर्वाधिक डीजल चोरी की वारदातें हो रही हैं। यहाँ डीजल चोर आए दिन किसी न किसी मसीन या डम्परों को निशाना बना रहे हैं। एनसीएल सुरक्षा बिभाग की तमाम कवायद के बाद भी डीजल चोरी पर अंकुश नही लग पाना कही न कही एनसीएल सुरक्षा प्रबंधक को कटघरे में खड़ा करता है। डीजल चोरी से एनसीएल को लाखों का चपत खदानों से हो रही ताबड़तोड़ डीजल,कोयला चोरी को लेकर एनसीएल हमेशा समाचार पत्रों की सुर्खियां बना रहा। और जिम्मेदार चोरी की बढ़ती वारदातों को रोकने के लिए हमेशा प्रभावी कदम उठाने की बात करते रहे, लेकिन नतीजा सिफर रहा। जानकारों की माने तो जिम्मेदार अधिकारियों की निष्क्रियता का परिणाम रहा की आज निगाही और जयंत परियोजना में डीजल माफियाओं का गढ़ बना हुआ हैं। जहाँ तैनात निजी सुरक्षा एजेंसी की बल्ले बल्ले हैं। अब देखना यह है कि एनसीएल का सुरक्षा बिभाग इसे रोकने हेतु कौन सा प्रभावी कदम उठाता हैं