सिंगरौली के इस अंचल में आज भी झरने से पानी पीने को मजबूर लोग

सिंगरौली के इस अंचल में आज भी झरने से पानी पीने को मजबूर लोग

सिंगरौली 28 अप्रैल जिले के दूरस्थ अंचल बगदरा के बरगवां में पेयजल की भारी किल्लत मची हुई है। यहां के भू- जल स्तर करीब 40 मीटर नीचे खिसक जाने से जल स्त्रोत कूप सूख गये हैं। अब झरने से ग्रामीणों की प्यास बुझ रही है। इसी झरने के पानी को मवेशी भी पीते हैं। दरअसल जिला मुख्यालय से करीब सवा 100 किमी दूर स्थित बगदरा क्षेत्र के बरगवां के उत्तर टोला में पेयजल के लिए मारा मारी मच गयी है। आलम यह है कि इस अंचल के अधिकांश जल स्त्रोत हैण्डपम्प जबाव दे दिये हैं। वहीं कूपों का पानी सूख गया है। कहीं-कहीं किसी किसी कूपों में एक-दो बाल्टी पानी सुबह निकल आता है। ऐसे में यहां के ग्रामीण जन एक बाल्टी पानी के लिए झरने का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं। बताया जा रहा है कि इस तरह का हालात बरगवां गांव के उत्तर टोला का है। जहां पानी के लिए किल्लत मची हुई है। जब आदमियों के लिए पीने का पानी बड़े मुश्किल से मिल रहा है तो मवेशियों की हालत क्या होगी। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां के ग्रामीण बताते हैं कि बरगवां के साथ-साथ बगदरा अंचल में पेयजल की किल्लत प्रत्येक गर्मी के सीजन में रहती है। इस बात की जानकारी नेताओं के साथ-साथ शासन-प्रतिशत को भी है। लेकिन जिला प्रशासन कागजों में ही पेयजल से निपटने खाका तैयार कर लेता है। पेयजल से निपटने के लिए महज खाना पूर्ति की जा रही है। बगदरा अंचल में इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि लोगबाग अभी भी झरने का पानी पीने के लिए विवश हैं। बरगवां के ग्रामीणों ने सांसद, विधायक एवं कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पेयजल की समस्या से निजात दिलाये जाने की मांग की है।