एनसीएल बीना खदान के वर्कशॉप में लगी भीषण आग,सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवाल
सिंगरौली 19 अप्रैल एनसीएल परियोजना के जिम्मेदारों की लापरवाही बार बार सामने आ रही है, उनके आला अधिकारियों द्वारा सेफ्टी व सुरक्षा के नियमों को ताक पर रख कर खदानों में कार्य कराया जा रहा है। जिसके चलते आये दिन किसी न किसी परियोजना के खदान छेत्र में आगजनी की घटना हो रही है। चाहे वह कोलयार्ड में लगी आग की बात हो या फिर होलपैक व साबल मशीन जलने की बात हो अथवा अभी हाल ही में सीएचपी अमलोरी में लगी आग की बात हो, यानी देखा जाय तो चारों तरफ आग का मंजर छाया हुआ है! एनसीएल के सेफ्टी व सुरक्षा बिभाग के सारे तंत्र फेल हो चुके हैं। अधिकारी हैं कि फीलगुड मना रहे है।हम बात कर रहे हैं बीना परियोजना की जहाँ कोलयार्ड में लगी भीषण आग से करोड़ों का नुकसान हुआ था, जिसकी आग अभी बुझी ही नही थी कि सोमबार को पुनः एनसीएल बीना परियोजना कोयला खदान के भीतर एक्सकेवेशन वर्कशॉप के टायर सेक्शन में अपराह्न तकरीबन तीन बजे के लगभग अचानक भीषण आग भड़क गई और देखते ही देखते करोड़ों का सामान जलकर खाक हो गया जिसे देख अधिकारियों के होश उड़े है। आशंका जताई जा रही हैं कि वर्कशाप में रखें टायर सहित अन्य कई उपकरण को भी भारी नुकसान पहुंचा है। जिसका आकलन करना मुश्किल हैं। बताते हैं कि वर्कशॉप में खड़े दर्जनों ग्रेडर व डम्परों को भी आग ने अपने चपेट में ले लिया है। आग किस कारण लगी फिलहाल इसका पता नही चल पाया है। आग लगने की सूचना पाते ही सीआईएसएफ के जवान व हिंडाल्को ,अनपरा,तथा एनटीपीसी के फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुँच गये थे। और फायर विंग के कर्मचारियों ने पास में ही स्थित डीजल टंकी के चारों तरफ फैल चुकी आग की लपटों को किसी तरह घंटो मशक्कत के बाद नियंत्रण में लाया जा सका। आग लगने के कारण का पता व इसका जांच एनसीएल मुख्यालय की गठित उच्चस्तरीय टीम करेगी।