निर्माणाधीन हवाई पट्टी के अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का बुलडोजर 11 मकान जमींदोज चार लोगों को 3 दिन की मोहलत, पुलिस छावनी में तब्दील रहा खजूरी एवं कटौली गांव

निर्माणाधीन हवाई पट्टी के अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का बुलडोजर 11 मकान जमींदोज चार लोगों को 3 दिन की मोहलत, पुलिस छावनी में तब्दील रहा खजूरी एवं कटौली गांव

सिंगरौली 19 नवम्बर । जिला मुख्यालय के समीपस्थ खजूरी, सिंगरौलिया व कटौली में प्रस्तावित निर्माणाधीन हवाई पट्टी की भूमि को आज अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने प्रशासन का बुलडोजर चला है करीब एक दर्जन मकानों को जेसीबी मशीन से ध्वस्त करा दिया गया है इस दौरान प्रशासन के इस कार्रवाई का ग्रामीणों ने विरोध किया लेकिन उनकी एक भी नहीं चली।
्र गौरतलब हो कि खजूरी, कटौली एवं सिंगरौलिया में हवाई पट्टी प्रस्तावित है जहां बाउंड्री वाल सहित अन्य निर्माण कार्य चल रहा है। जहां रनवे में करीब डेढ़ दर्जन मकान फ ंसे हुए हैं मकानों को हटाने व खाली करने के लिए एसडीएम सिंगरौली ने कई बार ऐसे लोगों को नोटिस दी गई फि र भी मकान खाली करने के लिए लोग राजी नहीं हो रहे थे। जबकि उनका मुआवजा बनकर तैयार है और कई लोगों को दिया भी जा चुका है फि र भी मकान खाली नहीं कर रहे थे कि आज कलेक्टर राजीव रंजन मीणा के निर्देश पर एसडीएम सिंगरौली ऋ षि पवार ने तहसीलदार जितेंद्र वर्मा, सीएसपी देवेश पाठक, जानवी शुक्ला नायब तहसीलदार, बीएस मरावी कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण, उपयंत्री संजय श्रीवास्तव,कोतवाली टीआई अरुण कुमार पांडे, नवानगर टी आई रावेद्र द्विवेदी व अन्य महिला- पुरुष पुलिस के साथ जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू किया। करीब 6 घंटे तक अतिक्रमण पर प्रशासन का बुलडोजर चलता रहा इस दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध करने का प्रयास भी किया किंतु एसडीएम ने नोटिस का हवाला देकर अतिक्रमण हटाए जाने का निर्देश देते रहे वहीं महिलाएं रो -बिलख भी रही थी प्रशासन हवाई पट्टी निर्माण का हवाला देकर करीब एक दर्जन मकानों को जमींदोज करा दिया गया है । सभी मकान करीब-करीब खपरैल के थे इस संबंध में एसडीएम ऋ षि पवार ने बताया कि आज कटौली व खजूरी में हवाई पट्टी से करीब 11 मकानों के अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है उन्होंने आगे बताया कि तीन -चार मकानों को अभी राहत दी गई है
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ग्रामीणों ने कार्रवाई का किया विरोध
अतिक्रमण हटाने पहुंची प्रशासन व पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा । लेकिन भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल के आगे उनकी एक नहीं चली मौके पर मौजूद एसडीएम, सीएसपी, टीआई का कहना था कि जब बार-बार नोटिस दी जा चुकी है फि र मकान क्यों नहीं खाली किया गया इसका जवाब विस्थापितों ने नही दिया बल्कि अन्य कई तरह की बहाने बाजी मारकर उल्टा प्रशासन पर ही गोल-मोल रवैया अपनाने का दोषारोपण मढ़ रहे थे मौके पर मौजूद कई ग्रामीणों व महिलाओं ने विरोध स्वरूप नाराजगी जाहिर करते हुए रोना-पीटना शुरू कर दिया किंतु भारी-भरकम पुलिस व एर्लट प्रशासन को देख लोग घरों से सामग्रियां खुद समेटने लगे।