पुलिस अधीक्षक ने ली जिले के अधिकारियों की अपराध समीक्षा बैठक अपराध पर अंकुश लगाने पर जोर
सिंगरौली 19 नवंबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार सिंह ने जिले के अधिकारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक की। उक्त बैठक में , देवेश कुमार पाठक, नगर पुलिस अधीक्षक, श्रीमती प्रियंका पांडे अनुविभागीय अधिकारी पुलिस देवसर, एवं श्री राजीव पाठक एसडीओपी सिंगरौली एवं प्रभारी एसडीओपी चितरंगी तथा जिले के समस्त थाना प्रभारीगण उपस्थित हुये। बैठक में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी थाना प्रभारियों को यह सख्त निर्देश दिया कि— थाने में आने वाले पीडित/आवेदक एवं अनावेदक के साथ संवेदनशीलतापूर्वक व्यवहार किया जाये। मात्र थाना स्तर पर सही ढंग से नही सुनवाई होने के कारण आवेदको को काफी दूरी तय कर मुख्यालय आना पडता है। साथ ही अवैध मादक पदार्थ, अवैध शराब एवं अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन करने वालो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करते हुये प्रभावी अंकुश लगाया जावे। आन लाईन फ्राड की सूचना प्राप्त होने पर थाना स्तर पर सर्वप्रथम क्या कार्यवाही की जानी है, के संबंध में सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक जितेन्द्र सिंह भदौरिया के द्वारा सभी थाना/चौकी प्रभारियो को प्रशिक्षण दिया गया।
बैठक में थाना स्तर पर विवेचना में लंबित अपराध,महिला संबंधी अपराध, एससी/एसटी संबंधित अपराध, चालान,मर्ग, गुम इंसान की प्रकरणवार समीक्षा की गई। साथ ही फरार बदमाश, स्थाई वारंट/ गिरफ्तारी वारंट की तामीली हेतु विशेष अभियान के तहत अधिक से अधिक तामील किये जाने हेतु निर्देश दिये गये। सी.एम. हेल्पलाईन की लंबित शिकायत एवं विभिन्न माध्यमो से प्राप्त होने वाली सभी प्रकार की शिकायतों की गंभीरतापूर्वक समीक्षा की गई एवं समय सीमा के अंदर निराकरण करने हेतु पाबंद किया गया। पुलिस अधीक्षक द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि शिकायतो के निराकरण की लापरवाही करने वाले जॉचकर्ता के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही किया जायेगा, इस बात का ध्यान रखा जावे।साथ ही जिन थाना प्रभारियों द्वारा प्रकरणो के निकाल में रूचि प्रदर्शित नही की गई उन्हे आवश्यक रूप से समझाईश एवं दिशा—निर्देश दिये गये। थाना स्तर की समीक्षा के दौरान जिन शीर्षो में कार्यवाही कम पाई गई है उन थाना प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने निर्देश दिये गये। सी.एम. हेल्पलाईन के उन सभी आवेदको को समक्ष में बुलाया गया जो शिकायतकर्ता एल—1 स्तर के अधिकारी के कार्यवाही से सुन्तुष्ट नही थे उनकी शिकायतो को पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं सुना जाकर मौके मे ही निराकरण करने हेतु संबंधित को निर्देशित किया गया।