अंतिम सांस गिन रही गोपद नदी की पुलिया
सीधी-सिंगरौली एनएच-39 निर्माणाधीन फोरलेन गोपद पुलिया की हालत जर्जर, वर्षों से रेलिंग भी गायब,बेसुध है एमपीआरडीसी अमला
सिंगरौली 21 फरवरी। जिले के कर्थुआ-बहरी के मध्य गोपद नदी पर स्थित पुल से यात्रा करना जान जोखिम भरा साबित हो रहा है। एमपीआरडीसी अधिकारियों की लापरवाही किसी दिन भारी पड़ सकती है। जर्जर गोपद पुल में एक भी रेलिंग नहीं है। जहां बारिश के दिनों में दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
दरअसल जिले के सीमावर्ती कर्थुआ-बहरी के मध्य स्थित गोपद नदी पर करीब 4 दशक पूर्व पुलिया का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग के द्वारा कराया गया था। पुल की समुचित देखभाल न किये जाने के कारण दिनों-दिन जर्जर हालत में पहुंच गयी। आलम यह है कि गोपद नदी के पुलिया में एक भी रेलिंग नहीं है। जहां बारिश के दिनों में खतरा बढ़ जाता है। यह समस्या आज से नहीं करीब डेढ़ दशक से है। बेसुध एमपीआरडीसी अमला ने फोरलेन सड़क निर्माण कार्य की पूर्व से लेकर अब तक की कभी भी पुलिया को ठीक कराने की जहमत नहीं उठायी। लिहाजा उक्त पुल की हालत दिन-प्रतिदिन बद से बद्तर हो जा रही है। पुलिया को देखने के बाद हालात ऐसे बन रहे हैं कि कभी भी पुलिया धराशायी हो सकती है। इसकी जानकारी एमपीआरडीसी अमले को भली-भांति है फिर भी वैकल्पिक तौर पर दुर्घटना को रोकने के लिए कोई इंतजामात नहीं किया है।
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पुलिया पर रोजाना लगता है घण्टों जाम
गोपद पुलिया पर ऐसा कोई दिन न होगा कि जाम न लगता हो। जर्जर पुलिया पर आये दिन हैवी सैकड़ों वाहन गुजरते हैं जहां दुर्भाग्यवश पुलिया पर ही वाहन खराब हो जाते हैं। जिसके चलते संकीर्ण पुलिया पर जाम लग जाना आम बात हो गयी है। बारिश के सीजन में तो जाम के हालात को पूछने लायक नहंी है। इस मार्ग से यात्रा करने वाले हर यात्री बचने का प्रयास करते थे। इसका मुख्य कारण यही बताया जा रहा है कि पुलिया में यदि कोई एक वाहन गुजरा तो सामने से आ रहे वाहनों को साईड देना जोखिम भरा रहता है। पुलिया से गुजरने के बाद ही सामने से आ रहे दूसरे वाहन निकलते हैं वर्ना इंतजार में वाहन चालकों को खड़ा रहना पड़ता है।
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प्राथमिकताओं के आधार पर सबसे पहले हो पुलिया का कार्य
सीधी-सिंगरौली एनएच 39 निर्माणाधीन फोरलेन के कार्यादेश तिरूपति बिल्डकान प्रा.लि.कंपनी को मिल गया है। जहां एक साल के अंदर निर्माणाधीन फोर लेन सड़क के कार्य को पूर्ण करने का टारगेट है। इसके लिए 331 करोड़ 16 लाख रूपये की मंजूरी भी मिली है। सीधी-सिंगरौली के नागरिकों की मांग है कि गोपद पुल पर निर्माणाधीन पुलिया का निर्माण कार्य प्राथमिकताओं के आधार पर कराया जाय ताकि वर्षा ऋतु के पूर्व नई पुल से वाहनों का आना जाना शुरू हो जाय अन्यथा बारिश के सीजन में आवागमन प्रभावित हो सकता है। प्रबुद्ध नागरिकों ने इस मामले में सांसद के साथ-साथ कलेक्टर सिंगरौली का ध्यान आकृष्ट कराया है।