सिंगापुर बनने वाला सिंगरौली मे आज भी बिजली को तरसता गांव
विकास से तराबोर
सिंगरौली प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने पूरे प्रदेश में चौबीसों घंटे बिजली देने का वादा करते हैं और सिंगरौली को सिंगापुर बनाने का प्रण लेते हैं बड़े बड़े दावे करते हैं, गरीबों के मसीहा बनते हैं ,भांजे भांजियों के मामा बनते हैं लेकिन जब बिजली ही नहीं विकास कितना हुआ है आप इस गांव में जाकर देख सकते हैं यह गांव जंगल के करीब भी है जिससे जंगली जानवर भी किसी न किसी दिन इन गांव वालों के पशुओं को अपना निवाला बना लेते हैं कभी कभी जंगली जानवर छोटे बच्चों को भी घायल कर देते हैं अगर बिजली पहुंच चुकी होती तो ए जानवर उन घरों तक नहीं पहुंचते लेकिन सिंगरौली देवसर के गरीबों के मसीहा विधायक अति पिछड़े वर्ग से होते हुए भी अति पिछड़े वर्ग को विकास से महरुम रखा है ऐसा नहीं है कि विधायक के पास इस गांव के बारे में पता नहीं है विधायक वोट मांगने के लिए इस गांव तक गए थे गांव वाले अनुसूचित जाति के हैं और कयी बार विधायक जी से आवेदन निवेदन भी किए लेकिन ”ढाक के तीन पात” वाली कहावत चरितार्थ होती है मे बिजली तो दूर एक गांव चितरबई (खुर्द) सर्किल खुटार मे आजतक बिजली के खंबे भी नहीं गड़े हैं तो बिजली का क्या हाल होगा? भांजे भांजियों की बात करनेवाले प्रदेश के मुखिया इस गांव का भी ख्याल रखें और अपने अनुसूचित जाति के मसीहा बने बैठे देवसर विधायक का ध्यान आकृष्ट करवाएं।
ग्रामीणों का कहना है कि कलेक्टर से लेकर विधायक , सांसद तक को आवेदन दिया गया लेकिन आजतक बिजली का खंबा नहीं गड़वाया गया जबकि हम लोगों ने मुख्यमंत्री से भी मांग की थी लेकिन आजतक मामा जी भी नहीं सुने।