सेफ्टी के नाम पर कोरमपूर्ति, नहीं उपकरण जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे हैं बिजली विभाग के कर्मचारी

सेफ्टी के नाम पर कोरमपूर्ति, नहीं उपकरण जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे हैं बिजली विभाग के कर्मचारी, हादसे का इंतजार

सिंगरौली 11 अक्टूबर। सेफ्टी के नाम पर सिर्फ कोरमपूर्ति का खेल विद्युत विभाग में चल रहा है। यहां के लाइनमैन बिना उपकरण के बिजली के कार्य कर रहे हैं, अगर कोई हादसा हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा। इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है।
इधर बता दे कि जिला मुख्यालय बैढ़न के मल्हार पार्क के पास आज दिन शनिवार को ट्रांसफार्मर लगाने का काम चल रहा था, जहां बिजली विभाग के कर्मचारी तकरीबन 20 फीट ऊंचाई के खंभे पर चढ़कर मेंटेनेंस का काम कर रहे थे। इन कर्मचारियों के पास सुरक्षा के कोई भी उपकरण नहीं था, जबकि चंद दूरी पर बिजली विभाग का दफ्तर भी है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने निरीक्षण करने की जहमत नहीं जुटा पाते हैं या फिर यह कहे की बिजली विभाग में सुरक्षा के कोई उपकरण नहीं है, जिसके चलते बिजली का काम कर रहे कर्मचारियों को दिया ही नहीं गया है। जबकि कई ऐसी घटनाएं देखने और सुनने को मिल चुकी है। इसके बावजूद बिजली विभाग के कर्मचारी बिना सुरक्षा के बिजली खम्भों पर चढ़कर कार्य करते हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है, प्रतिदिन इसी तरीके से बिजली जब खराब होती है तो मेंटेनेंस करने के लिए बिजली विभाग के कर्मचारी दौड़ते करंट में बिना सुरक्षा उपकरण के काम कर रहे हैं। बिजली विभाग के कई कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि विभाग के द्वारा सुरक्षा के उपकरण नहीं दिए जाते हैं, जिसके चलते बिना सुरक्षा के ही बिजली के खंभो पर चढ़ने को मजबूर हैं। अगर कोई हादसा हो जाए तो इसका जिम्मेदार कोई नहीं है। लेकिन अपने परिवार व बाल बच्चों का भरण पोषण करने के लिए काम करना पड़ता है। लेकिन जिस तरीके से सुरक्षा को नजर अंदाज कर बिजली विभाग के कर्मचारी मेंटेनेंस का काम करते हैं, कहीं ना कहीं विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है