गर्भवती को भर्ती करने नर्स ने मांगे 2500 रुपए, अस्पताल चौक में हुआ प्रसव परिजनों ने एसडीएम और प्रभारी बीएमओ से की शिकायत

गर्भवती को भर्ती करने नर्स ने मांगे 2500 रुपए, अस्पताल चौक में हुआ प्रसव परिजनों ने एसडीएम और प्रभारी बीएमओ से की शिकायत

सिविल हॉस्पिटल आलोट में बीती रात एक महिला की प्रसूति अस्पताल चौक में होने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार बाली बाई पति विक्रम निवासी पालनगरा अपने परिजनों और पति के साथ प्रसूति के लिए रात्रि करीब 10 बजे सिविल अस्पताल एंबुलेंस से सिविल हॉस्पिटल आलोट में आए थे। यहां पर मौजूद स्टाफ नर्स ने कुछ देर अस्पताल में रखा और कहा कि आप इन्हें रतलाम ले जाओ, जैसे ही महिला को अस्पताल से बाहर किया तो बीएमओ कैबिन के सामने चौक में ही महिला की प्रस्तुति हो गई।

महिला के साथ गांव से आई बड़ी बहन मोहन बाई ने तत्काल नवजात शिशु को बाहर निकाला और जोर से चिल्लाई तो इतने में वहां पर काम कर रही संतरा बाई आकर नवजात शिशु को उठा कर ले गए और महिला को अस्पताल में लाकर भर्ती किया।

अस्पताल में लेकर आए महिला के पति विक्रम बोडाना ने बताया कि जब स्टाफ नर्स द्वारा रतलाम ले जाने को कहा तो मैं बाहर आकर टैक्सी करने लगा इतने में डिलीवरी हो गई तो वहां स्टाफ नर्स द्वारा अस्पताल में भर्ती के लिए 2500 रुपए मांगे और नर्स नींद निकालते ही रह गई।

इसकी शिकायत एसडीएम राजस्व आलोट और प्रभारी बीएमओ डॉक्टर देवेंद्र मोर्य एवं अन्य अधिकारियों को की है। जिसमे विक्रम ने आरोप लगाया कि आलोट का सिविल हॉस्पिटल नाम मात्र का है यहां पर कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है, उसने बताया कि मेरे पत्नी की नसबंदी ऑपरेशन 2024 में सिविल हॉस्पिटल ताल में हुआ था, लेकिन उसके बाद भी वह गर्भवती हो गई और उसकी यह अब सातवीं डिलीवरी थी। महिला
व बच्चे के जन्म के बाद दोनों ही स्वस्थ है। लेकिन अस्पताल की लापरवाही के संबंध में नर्सिंग ि ऑफिसर नेहा वेद से संपर्क करना चाहा तो उनसे मोबाइल पर संपर्क नहीं हो पाया। उधर प्रभारी मेडिकल में ऑफिसर डॉक्टर देवेंद्र मौर्य ने क बताया कि ड्यूटी नर्सिंग ऑफिसर ग नेहा वेद की थी, उसकी जानकारी से के अनुसार उसने महिला को थोड़ा बाउंड्री में घूमने के लिए कहा था, महिला के पति की शिकायत पर जांच दल बनाया है जांच दल में डॉक्टर अनुष्का धनोतिया को जांच के की जिम्मेदारी दी है।