कोयला मंत्रालय स्टार रेटिंग अवार्ड में एनसीएल ने लहराया परचम
एनसीएल की 6 परियोजनाओं को मिली 5 स्टार रेटिंग व हुई सम्मानित
ओपनकास्ट परियोजनाओं की श्रेणी में जयंत को प्रथम तथा खड़िया को मिला तीसरा स्थान
गुरुवार को भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने कोयला मंत्रालय द्वारा आयोजित स्टार रेटिंग अवार्ड में एक बार फिर परचम लहराया है। एनसीएल की 6 परियोजनाओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु प्रतिष्ठित 5 स्टार रेटिंग मिली है ।
मुंबई में आयोजित अवार्ड कार्यक्रम में माननीय केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री, भारत सरकार श्री जी. किशन रेड्डी और माननीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री,भारत सरकार श्री सतीश चंद्र दुबे द्वारा एनसीएल को स्टार रेटिंग अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार श्री विक्रम देव दत्त, कोयला मंत्रालय, कोल इंडिया, अनुषंगी कंपनियों एवं अन्य कोयला उदद्योग से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी व अन्य उपस्थित रहे।
एनसीएल की ओर से ये पुरस्कार सीएमडी श्री बी.साईराम, निदेशक (तकनीकी) श्री सुनील प्रसाद सिंह, विभिन्न परियोजनाओं के महाप्रबंधकगणों एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने ग्रहण किए।
‘स्टार रेटिंग अवार्ड’ कार्यक्रम में कोल इंडिया सहित देश भर की विभिन्न कोयला कंपनियों की वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 5-स्टार रेटिंग वाली खदानों को पुरस्कृत किया गया। ओपनकास्ट श्रेणी में 30 खदानों को पुरस्कार दिए गए जिसमें एनसीएल की 6 खदानें जयंत, खड़िया, झिंगुरदा, कृष्णशिला, ब्लॉक-बी व निगाही सम्मानित हुईं हैं।
एनसीएल की जयंत परियोजना को विभिन्न मानकों के आधार पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करते हुए ओपनकास्ट खदानों की श्रेणी में देश की सर्वश्रेष्ठ खदान के खिताब से नवाजा गया है। इसी कड़ी में एनसीएल की खड़िया खदान को भी तृतीय स्थान हासिल हुआ है।
कोयला मंत्रालय द्वारा शुरू की गई ‘स्टार रेटिंग’ प्रणाली के तहत खदानों का सात प्रमुख मानकों जैसे खनन कार्य संचालन, पर्यावरण से जुड़े मानकों, प्रौद्योगिकियों को अपनाने, श्रेष्ठ खनन व्यवहारों, आर्थिक प्रदर्शन, पुनर्वास और पुनःस्थापन व श्रमिक संबंधी अनुपालन तथा सुरक्षा व बचाव में विभिन्न कारकों के आधार पर अवलोकन कर अंक आवंटन किया जाता है। इस स्टार-रेटिंग प्रणाली का उद्देश्य सतत एवं हरित खनन पद्धतियों को प्रोत्साहन देना, प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना तथा देश में कोयला खनन के समग्र निष्पादन और निरंतरता को बढ़ाना है।