सीएमडी एनसीएल ने चपकी, सोनभद्र में सीएसआर कार्यों का किया निरीक्षण आदिवासी बच्चों के लिए बनवाए गए छात्रावास, धनुर्विद्या केंद्र व अन्य सुविधाओं का लिया जायजा
बुधवार को नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एनसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री भोला सिंह ने सोनभद्र जिले के चपकी ग्राम में स्थित सेवा कुंज आश्रम में एनसीएल के दूधीचुआ क्षेत्र द्वारा सीएसआर के तहत किए गए जन-कल्याण कारी कार्यों का निरीक्षण किया । इस दौरान श्री भोला सिंह ने आदिवासी व ग्रामीण अंचल के लगभग 250 बच्चों के लिए हाल ही में बनवाए गए छात्रावास दौरा किया जिसकी लागत लगभग रु 4.90 करोड़ है | श्री सिंह ने इस छात्रावास से सटे हुए नव-निर्मित रसोई घर एवं डाइनिंग हाल का भी निरीक्षण किया जिसे लगभग रु 2 करोड़ में एनसीएल द्वारा तैयार किया गया है ।
सुदूर क्षेत्र में स्थित होने के कारण पूर्व में बहुत से बच्चों की पढ़ाई प्रतिदिन विद्यालय न जा सकने के कारण छूट जाती थी । इस छात्रावास के बनने से आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों की पढ़ाई निर्बाध रूप से चलती रहेगी ।
*आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आवासीय शिक्षा का प्रबंध*
एनसीएल ने इस आश्रम में पढ़ने वाले 1000 छात्रों के लिए कंप्यूटर लैब, सोलर किचेन, सेंट्रल साउंड सिस्टम,सीसीटीवी, वाईफाई, टीवी सेट इत्यादि की व्यवस्था के लिए एनसीएल ने पूर्व में सोनभद्र प्रशासन के साथ एमओयू किया था | कंपनी के सौजन्य से यहाँ पर विद्यार्थियों के रहने के लिए पर्याप्त फर्नीचर, गद्दे, चादर, वाटर कूलर, बर्तन इत्यादि की व्यवस्था भी की जा रही है |
*धनुर्विद्या केंद्र का भी किया निरीक्षण*
अपने दौरे के दौरान सीएमडी श्री भोला सिंह ने चपकी ग्राम में सीएसआर के तहत स्थापित किए गए धनुर्विद्या केंद्र की व्यवस्थाओं का जायजा लिया | इस केंद्र में वर्तमान में 22 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं ।
शीघ्र ही एनसीएल का दूधीचुआ क्षेत्र 2.49 करोड़ की लागत से इस धनुर्विद्या केंद्र में सुविधाओं की बेहतरी , मैदान का समतलीकरण एवं अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण करवाएगा | सीएमडी श्री सिंह ने विश्वास जताया कि इस सुदूर अंचल में भविष्य में भी एनसीएल बच्चों की शिक्षा व प्रशिक्षण के लिए हर संभव सहयोग करती रहेगी |
इस निरीक्षण के दौरान एनसीएल के महाप्रबंधक सीएसआर श्री ए. के. सिंह, दूधिचुआ परियोजना तथा मुख्यालय से सीएसआर के अधिकारी उपस्थित रहे |
गौरतलब है कि एनसीएल आस-पास के क्षेत्र में आधुनिक व निर्बाध शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु शिक्षा संबंधी आधारभूत ढांचे के विकास , स्मार्ट क्लास की व्यवस्था, पुस्तकालय की स्थापना, विद्यालय-सह-छात्रावास का निर्माण, प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना, दिव्यांगजनों के लिए आवासीय शिक्षा, ग्रामीण बच्चों के लिए आँगनवाणियों का निर्माण जैसे अनेक प्रयास कर रही है |