अपहृत कर बेचने व बलात्कार का झूठा आरोप लगाकर 50 लाख मांगने वाली लैडी नटवरलाल गिरफ्तार 98 हजार नगद तीन मोबाइल के साथ दो सहयोगी भी धराए

अपहृत कर बेचने व बलात्कार का झूठा आरोप लगाकर 50 लाख मांगने वाली लैडी नटवरलाल गिरफ्तार 98 हजार नगद तीन मोबाइल के साथ दो सहयोगी भी धराए

 

मोरवा थाना क्षेत्र के ग्राम बरवानी निवासी युवक के ऊपर अपहरण कर हैदराबाद में बेचने , बलात्कार का झूठा आरोप लगाकर 50 लाख रुपए की मांग करने वाली शातिर *लैडी नटवरलाल गिरोह* का *मोरवा टी आई मनीष त्रिपाठी* ने पर्दाफास किया। टी आई श्री त्रिपाठी की सतर्कता से जहां एक निर्दोष युवक की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई वहीं महिला कानून की धज्जियां उड़ाने वाली शातिर लैडी नटवरलाल को उसके दो सहयोगियों के साथ सलाखों के भीतर भेज दिया। गैंग के पास 98 हजार नगद व तीन मोबाइल जप्त किया गया है।

उक्ताशय की जानकारी में *मोरवा टी आई श्री त्रिपाठी* ने बताया कि दिनाक 4 सितंबर 2022 को *आरोपी संतुला कुमारी वैस* आवेदिका बनकर अपने ही गांव निवासी *संतोष कुमार वैश्य* के ऊपर आरोप लगाया कि गत माह 23 अगस्त 2022 को संतोष वैश्य ने बैढ़न में नशीली जूस पिलाकर कर उसे हैदराबाद ले जाकर बेच दिया था और उसके साथ बलात्कार की भी घटना घटी है। *टी आई श्री त्रिपाठी* के अनुसार महिला का अपहरण और फिर दूरस्थ शहर में बेचने की घटना उन्हे सोचने पर मजबूर कर दिया सो वह स्वयं प्रकरण की जांच में लग गए। टी आई श्री त्रिपाठी ने जब *महिला से दूसरी बार* घटना का कथन लिया गया तो वह भटक गई यहीं से शंका हुआ और फिर लगातार पूंछ ताछ करने पर वह कभी हैदराबाद, कभी पटना तो कभी दूसरे शहर का नाम लेने लगी। पूछताछ से महिला के मनगढ़ंत कहानी की सच्चाई सामने आने के बाद साइबर व अन्य साक्ष्यों के आधार पर झूठे आरोप की पुष्टि की गई।

*फरियादी सन्तोष वैश्य से पूछताछ से धन उगाही का मामला आया सामने*
टी आई श्री त्रिपाठी के अनुसार महिला के मनगढ़ंत कहानी की सच्चाई सामने आने के बाद सन्तोष वैश्य को बुलाकर जब उससे पूछताछ की गई तो उसने जो बताया उसके बाद बलात्कार व अपहरण की झूठी कहानी की पुष्टि हो गई। सन्तोष वैश्य ने बताया की झूठे केस में फसाने के नाम पर उससे दबाव बनाकर 1 लाख रुपए ले लिया गया है और दोबारा उससे 50 लाख रुपए की मांग की जा रही थी।

*दिल्ली के प्रेमी से मिलकर लौटने के बाद गांव निवासी पड़ोसी को बनाया निशाना*

आरोपी महिला अपने पति को तलाक देकर अपने प्रेमी से मिलने दिल्ली गई थी जहां से लौटकर गिरोह के साथ प्लानिंग कर अपने गांव के ही संतोष वैश्य को फसाने का षड्यंत रचा और 1 लाख रुपए लेने में सफल भी हो गई। फिर 50 लाख रूपये की और मांग कर रही थीं फरियादी ने देने से मना कर दिया। जिसके बाद मोरवा थाने में मनगढ़ंत झुठी रिपोर्ट लिखाने आई और स्वयं फंस गई। फरियादी सन्तोष वैश्य की रिपोर्ट पर आरोपी संतुला वैश्य, राम जी वैश्य व हकीम वैश्य सभी निवासी बरवानी के खिलाफ़ धारा 388,389 ,120 बी के तहत् प्रकरण पंजीबद्ध कर न्यायालय के पेस किया गया जहां से तीनो को जेल भेज दिया गया।

*उपरोक्त कार्रवाई में :*
*एसपी वीरेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन, ए एसपी शिव कुमार वर्मा, एसडीओपी राजीव पाठक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मोरवा मनीष त्रिपाठी, उपनिरीक्षक रूपा अग्निहोत्री, उपनिरीक्षक सी.के.सिंह, सहायक उप निरीक्षक संतोष सिंह, अरविंद चौबे, प्रधान आरक्षक संजय परिहार, अर्जुन सिंह, प्रवीण कर्चुली, विक्रम सिंह, सुरेश परस्ते, महिला आरक्षक पूजा त्रिपाठी, ज्योति पांडे, महिला थाना प्रभारी शीतला यादव व साइबर सेल से सोबाल वर्मा, दीपक परस्ते* का सराहनीय योगदान रहा।