चितरंगी तहसील अंतर्गत खुरमुचा में भू-माफिया ने महिला को बनाया अपनी ढाल आजाक थाने में कराया झूंठी सिकायत।
चितरंगी तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत खुरमुचा में भू-माफिया सरपंच पति ने चरनोई की सुरक्षित शासकीय भूमि पर कब्जा कर मकान बनाया हुआ था जिसे राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त कार्रवाई में ढहा दिया गया था उक्त कार्यवाही से क्षुब्ध होकर बेघर हो गए सरपंच पति ने नापाक इरादे से कुटरचित षड़यंत्र रचा और आजाक थाने में राजस्व अधिकारियों के खिलाफ अपने पड़ोसी गांव की महिला से संगीन आरोप लगाते हुए झूठी सिकायत कराया है जिससे अधिकारियों की मानहानि क्षति हुई है उक्त आरोपों का चितरंगी की स्थानीय मीडिया ने सिरे से खंडन कर पड़ताल शुरू किया तो पता चला कि यह एक जानी समझी रणनीति के तहत सरपंच पति ने प्रतिशोधवश महिला को ढाल बनाकर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को फंसाने की कोशिश किया है जो तथ्य हीन और निराधार जांच का विषय है।
गौरतलब है कि ये मामला चितरंगी के ग्राम पंचायत खुरमुचा के सरपंच पति सुग्रीव प्रजापति के खिलाफ विधी सलाहकार लोकायुक्त भोपाल द्वारा अतिक्रमण हटाने हेतु आदेशित किया गया था जिसके परिपालन में शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया जाकर अतिक्रमणकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई 25 मार्च 2022/को प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार कलेक्टर राजीव रंजन मीना एवं पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह निर्देशन में जिला प्रशासान द्वारा भू माफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाकर कड़ी कार्यवाही की गई थी। उसी क्रम में चितरंगी एसडीएम के नेतृत्व मे चितरंगी क्षेत्रान्तर्गत के ग्राम खुरमुचा मे सरपंच पति के द्वारा शासकीय भूमि में माकान का निर्माण कर उसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा था। जिसे राजस्व एवं पुलिस विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही कर शासकीय भूमि पर किये गये अवैध निर्माण को ध्वस्त कर शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था। और एसडीएम चितरंगी ने बताया था कि ग्राम पंचायत सरपंच के द्वारा शासकीय भूमि की अनुमानित लागत लाखो रूपये है पर अतिक्रमण किया गया था। जिसे राजस्व एवं पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से अभियान चलाकर शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया है। उस दौरान एसडीओपी पुलिस राजीव पाठक, तहसीलदार जीतेन्द बर्मा, जान्हवी शुक्ला, थाना प्रभारी चितरंगी, गढ़वा सहित राजस्व अमला उपस्थित रहा।
जिसमें कई समाचार पत्रों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि सरपंच पति ने महिलाओं को ढाल बनाकर कार्यवाही को रोकने की नाकाम कोशिश किया था ।
ऐसे में दिलचस्प बात होगी कि राजस्व विभाग के अधिकारियों की हुई मानहानि क्षति की पुर्ति होगी या षड़यंत्रकारियो का पलड़ा भारी पड़ता है।