मिटी धुंध जग चानन होया कल तारण गुरु नानक आया
श्री गुरुनानक देव जी महाराज का 552वां प्रकाशपर्व गुरुद्वारा साहिब जयंत में श्रद्धापूर्वक एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
सिंगरौली 19 नवम्बर । श्री गुरुनानक देव जी महाराज का 552वां प्रकाशपर्व कोविड की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए शुक्रवार को गुरुद्वारा साहिब जयंत में श्रद्धापूर्वक एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गुरुद्वारा में विशेष रूप से साज सज्जा की गई। श्री गुरु नानक देव जी का 552 वां प्रकाश पर्व धूमधाम से केंद्रीय रूप से जयंत गुरुद्वारे में मनाया गया।
दरअसल आज गुरुनानक देव सिखों के प्रथम गुरु थें इनके जन्म दिवस को गुरुनानक जयंती के रूप में मनाया जाता है। नानक जी का जन्म 1469 में कार्तिक पूर्णिमा को पंजाब पाकिस्तान क्षेत्र में रावी नदी के किनारे स्थित तलवंडी नाम गांव में हुआ। इनके पिता का नाम कल्याण या मेहता कालू जी था और माता का नाम तृप्ती देवी था। 16 वर्ष की उम्र में इनका विवाह गुरदासपुर जिले के लाखौ की नाम स्थान की रहने वाली कन्या सुलक्खनी से हुआ। इनके दो पुत्र श्रीचंद और लख्मी चंद थें। श्री गुरुनानक देव अपने चार साथी मरदाना, लहना बाला और रामदास के साथ तीर्थयात्रा पर निकल पड़े थे। ये चारों ओर घूमकर उपदेश देने लगे। 1521 तक इन्होंने तीन यात्राचक्र पूरे किए जिनमें भारत, अफ गानिस्तान, फ्रं ास और अरब के मुख्य मुख्य स्थानों का भ्रमण किया। इन यात्राओं को पंजाबी में उदासियाँ् कहा जाता है। श्री नानक जी के अनुसार ईश्वर कहीं बाहर नहीं बल्कि हमारे अंदर ही है। श्री गुरु नानक देव जी के 552 प्रकाश पर्व के अवसर पर जयंत गुरुद्वारे में लगातार 17 तारीख को अखण्ड पाठ साहिब का पाठ प्रारम्भ किया गया था । जिसकी समाप्ति आज सुबह गुरुद्वारा साहिब में कई गयी । इसके साथ ही दिनांक 14 तारीक से आज तक प्रभात फेरी प्रात: नगर में निकली जाती रही । आज श्री प्रकाश पर्व के दिन प्रात 10 बजे से स्थानीय संगत तथा कीर्तन रागी जत्था धीरेन्द्र सिंह बैढंन के भाई धर्मेंद्र सिंह ने कीर्तन किया । प्रकाश पर्व के अवसर पर कथा वाचक खजान सिंह अमृतसर वाले गुरुनानक सिंह जी के प्रकाश पर्व के जीवनी पर प्रकाश डाला । ढाडी जत्था जो कि पुरातन वीर रस के गायन की कला है को अमृतसर से आये गुरप्रीत सिंह के जत्था गा कर धन सतगुरु गुरुनानक देव जी के इतिहास बताया । इसके बाद अरदास फि र गुरु का लंगर की वितरित किया गया । सिंगरौली क्षेत्र की संगत इस पर्व के उत्साह पूर्वक मनाते हुए सुबह से ही गुरुद्वारे में एकत्रित हो गई । पाठ की समाप्ति 2 बजे होने के उपरांत लंगर का प्रसाद वितरण किया गया । कई स्थानीय लोगों ने प्रसाद लिया।
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गुरुद्वारे मे सांसद ने की शिरकत
जयंत गुरुद्वारा के अलावा जयंत, बीना, बैढऩ, शक्तिनगर, रेनू सागर के गुरुद्वारे में भी सुबह कीर्तन दरबार किया गया । सिंगरौली जयंत गुरुद्वारा में मुख्य रूप से सांसद रीति पाठक, एनसीएल के डायरेक्टरगण के साथ ही जयंत प्रोजेक्ट के जनरल मैनेजर तथा अन्य परियोजना के जीएम का गुरुद्वारा कमिटी ने सरोपा भेंट कर सम्मान किया । इसके अवाला सेंट्रल गुरुद्वारा समिति के अध्यक्ष सुखवंत सिंह थापर के साथ ही अन्य गुरुद्वारा समिति के अध्यक्ष समिति सदस्य के साथ के साथ समस्त साध संगत ने कीतर्न वाणी सुनकर निहाल हुए ।