किसानों की दुर्दशा पर कांग्रेस का हल्लाबोल, 6 नवंबर को सीधी में विशाल धरना प्रदर्शन
कमलेश्वर पटेल के नेतृत्व में प्रदेशभर से जुटेंगे हजारों किसान
सिंगरौली/ प्रदेश में किसानों की बिगड़ती हालत और प्राकृतिक आपदा से हुई भारी फसल हानि के खिलाफ अब कांग्रेस पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के सदस्य एवं पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल के नेतृत्व में आगामी 6 नवंबर 2025 को सीधी जिले के वीथिका भवन प्रांगण (कलेक्ट्रेट परिसर) में विशाल धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।
यह आंदोलन सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा, जिसमें प्रदेशभर से हजारों किसान, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेसजन शामिल होंगे। आंदोलन का उद्देश्य किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार की निष्क्रियता और संवेदनहीनता के खिलाफ आवाज़ बुलंद करना है।
प्राकृतिक आपदा ने फसलों को किया तबाह, मुआवज़े पर अब तक मौन है सरकार
बीते कुछ हफ्तों में मध्यप्रदेश के कई ज़िले सीधी, सिंगरौली, रीवा, शहडोल, मऊगंज, मैहर और सतना — बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इन क्षेत्रों में धान, तिलहन और दलहन की फसलें पूरी तरह चौपट हो चुकी हैं। किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है, लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई ठोस राहत योजना या मुआवज़े की घोषणा नहीं की गई है।
कमलेश्वर पटेल ने कहा कि प्रदेश का किसान दोहरी मार झेल रहा है। एक ओर प्राकृतिक आपदा ने उसकी मेहनत पर पानी फेर दिया, तो दूसरी ओर सरकार की लापरवाही ने उसे निराश कर दिया है। बिजली की भारी कटौती, बढ़े हुए बिल, खाद और बीज की कमी, सहकारी समितियों से भुगतान में देरी और आवारा पशुओं का संकट इन सबके बीच अब किसान पूरी तरह टूट चुका है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर सरकार किसानों की मदद के लिए तुरंत ठोस कदम नहीं उठाती है, तो कांग्रेस प्रदेशव्यापी आंदोलन को और तेज करेगी।
बिजली बिल वसूली पर रोक और मुआवज़े की मांग
श्री पटेल ने कहा कि प्रभावित किसानों के बिजली बिल की वसूली पर तत्काल रोक लगाई जाए और इस अवधि के बकाया बिलों को अगली फसल तक स्थगित किया जाए। साथ ही, नुकसानग्रस्त फसलों का त्वरित सर्वे कर मुआवज़े की राशि शीघ्र जारी की जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके।
शांतिपूर्ण धरना में शामिल होने की अपील
कमलेश्वर पटेल ने प्रदेश के सभी किसान भाइयों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि वे बड़ी संख्या में सीधी पहुंचकर इस शांतिपूर्ण आंदोलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि “यह सिर्फ एक धरना नहीं, बल्कि प्रदेश के किसानों की आवाज़ को सशक्त बनाने का संकल्प है। अब समय आ गया है कि किसान अपने अधिकारों के लिए एकजुट होकर सरकार से जवाब मांगे। इस धरना को लेकर कांग्रेस ने जिले और मंडल स्तर पर तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। विभिन्न ब्लॉकों से किसानों के जत्थे सीधी रवाना होंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक और पूर्व जनप्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में शामिल होकर किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाएंगे।
कांग्रेस का यह आंदोलन प्रदेश की राजनीति में किसानों के मुद्दे को फिर से केंद्र में ला सकता है।