दिशा समिति की बैठक में सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने की विभागवार समीक्षा
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सभी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक पहुँचे – सांसद
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कार्य में लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई, मिशन मोड में काम करने के निर्देश
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सांसद डॉ. राजेश मिश्रा की अध्यक्षता में दिशा समिति की बैठक में शासन की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों एवं अभियानों की विभागवार विस्तृत समीक्षा की गई। सांसद ने कहा कि शासन की प्रत्येक योजना का उद्देश्य आमजन के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना और उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों तक सहजता और पारदर्शिता से पहुँचे।
सांसद ने अधोसंरचना विकास, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा, सड़क, कृषि, और सामाजिक न्याय से जुड़े कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक विभाग अपने-अपने क्षेत्र में निर्धारित समयसीमा का कड़ाई से पालन करे और गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता न हो। उन्होंने यह भी जोड़ा कि विकास कार्यों की गति बढ़ाने के लिए विभागीय समन्वय और साझा उत्तरदायित्व अनिवार्य है।
सांसद ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की विशेष निगरानी रखने, समय पर पंजीयन, टीकाकरण और नियमित जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली को सात दिनों में शिफ्ट करने के निर्देश दिए ताकि नए भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा सके। सांसद ने कहा कि किसी भी प्रकार का विभागीय फेरबदल कलेक्टर की अनुमति के बिना न किया जाए और सभी केंद्रों पर आवश्यक स्टाफ की पदस्थापना सुनिश्चित हो।
सांसद ने रेलवे कार्यों की समीक्षा करते हुए मार्च 2026 तक सीधी जिला मुख्यालय को रेलवे से जोड़ने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, लोक निर्माण विभाग, सेतु निर्माण विभाग एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अधिकारियों को समयसीमा और गुणवत्ता दोनों पर समान ध्यान देने को कहा। लोक निर्माण विभाग को सीधी हवाई पट्टी को शीघ्र क्रियाशील बनाने के निर्देश भी दिए गए। सांसद ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रगतिरत कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण करने और हर बसाहट तक शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सांसद ने विद्युत विभाग को केबलीकरण कार्यों में प्रगति लाने तथा खराब ट्रांसफार्मर को शीघ्र बदलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्य में लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
सामाजिक न्याय विभाग को दिव्यांगों के प्रमाणपत्र निर्माण और उपकरण वितरण हेतु शिविरों का प्रभावी आयोजन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। चिकित्सकों को शिविरों में समय पर उपस्थित रहने के निर्देश भी दिए गए। सांसद ने बताया कि “सांसद खेलकूद प्रतियोगिता” 10 नवंबर से आयोजित होगी। इसके लिए सभी तैयारियाँ समय पर पूर्ण की जाएं ताकि प्रतिभाओं को मंच और प्रोत्साहन दोनों मिल सके।
किसानों के लिए सांसद ने रबी सीजन में खाद की पर्याप्त उपलब्धता और सुव्यवस्थित वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेमौसम वर्षा से हुई फसल क्षति का निष्पक्ष सर्वेक्षण और मुआवजा निर्धारण पारदर्शी ढंग से किया जाए। सांसद ने जिले में गौशालाओं के व्यवस्थित संचालन और स्वावलंबी गौशाला योजना के तहत सभी विकासखंडों में सुपोषित गौशाला खोलने के निर्देश दिए। नगरीय निकायों को स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने और अनधिकृत होर्डिंग्स पर कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने कहा कि सांसद द्वारा दिए गए निर्देशों का समग्र और समयबद्ध पालन प्रत्येक विभाग की सर्वाेच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी योजनाओं के प्रगति प्रतिवेदन प्रतिदिन की समीक्षा में अद्यतन किए जाएं और एक सप्ताह के भीतर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शैलेन्द्र सिंह सोलंकी ने भी कहा कि सभी विभाग प्रमुख अपने अधीनस्थ अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दें और कार्य की निरंतर मॉनिटरिंग करें।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, जनपद अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह परिहार (सीधी), सुनैना सिंह (मझौली) सहित दिशा समिति के सदस्य उपस्थित रहे। साथ ही वनमण्डलाधिकारी प्रीती अहिरवार, अपर कलेक्टर बी.पी. पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद श्रीवास्तव, संयुक्त कलेक्टर राजेश शुक्ला, विकास आनंद, एसडीएम गोपद बनास राकेश शुक्ला, एसडीएम सिहावल प्रिया पाठक, एसडीएम मझौली आर.पी. त्रिपाठी , एसडीएम चुरहट शैलेश द्विवेदी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।