साइबर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश अयोध्या से एक आरोपी गिरफ्तार, ₹50,000 नगद व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त
राजगढ़ – राजगढ़ पुलिस ने साइबर ठगी के एक गंभीर प्रकरण का खुलासा करते हुए अंतर्राज्यीय गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी से ₹50,000 नगद, मोबाइल फोन, सिम कार्ड एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी (भा.पु.से.) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के.एल. बंजारे के मार्गदर्शन तथा अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस)धर्मवीर सिंह नागर एवं थाना प्रभारी निरीक्षक रवि सिंह ठाकुर के नेतृत्व में गठित विशेष टीम द्वारा की गई।
मामले की जानकारी
दिनांक 13 अगस्त 2025 को आवेदक जगदीश पिता कंवरलाल दांगी, निवासी ग्राम कानडियाखेड़ी, हाल वार्ड क्रमांक 15, जीरापुर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 12 जुलाई 2025 को अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल कॉल के माध्यम से उसके एचडीएफसी बैंक खाते से क्रमशः ₹50,000, ₹77,000 और ₹22,772 की राशि ठगी से निकाल ली। कुल ठगी राशि ₹1,49,772 रही।
शिकायत मिलने पर सायबर सेल राजगढ़ द्वारा एनसीआरबी पोर्टल पर शिकायत दर्ज की गई एवं थाना जीरापुर में अपराध पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ की गई।
तकनीकी जांच में मिला सुराग
जांच के दौरान तकनीकी विश्लेषण में पता चला कि ठगी में प्रयुक्त मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और बैंक खाते अयोध्या, फैजाबाद (उत्तर प्रदेश) से संचालित हो रहे थे। पुलिस टीम ने सतत प्रयासों के बाद आरोपी को अयोध्या से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी
👉 यश कनोजिया, निवासी शाहदतगंज, अयोध्या (उ.प्र.)
जब्त सामग्री
₹50,000 नगद
ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन
सिम कार्ड एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
आरोपी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है और आगे की जांच में अन्य आरोपियों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।
टीम का योगदान
इस कार्रवाई में उप निरीक्षक आदित्य सोनी, प्रधान आरक्षक देवेन्द्र यादव, आरक्षक आनंदी पाटीदार, प्रधान आरक्षक शंशाक सिंह (सायबर सेल राजगढ़), प्रधान आरक्षक चेतन चौहान एवं आरक्षक अंतिम सोलंकी (सायबर सेल राजगढ़) का विशेष योगदान रहा।
पुलिस की अपील
राजगढ़ पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन स्कीम, फ्रेंचाइज़ी या बिज़नेस ऑफर में निवेश करने से पहले पूरी तरह जांच करें। संदिग्ध कॉल या लिंक की जानकारी तुरंत सायबर हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी पुलिस थाने में दें।
जागरूक रहें, सुरक्षित रहें।