एनसीएल के बेड़े में शामिल हुआ आधुनिक विशालकाय शोवेल

एनसीएल के बेड़े में शामिल हुआ आधुनिक विशालकाय शोवेल
1—- दुधिचुआ परियोजना के मशीनी बेड़े को मिली ‘शहीद भगत सिंह’ शोवेल की मजबूती
2—– अमृत काल के दौरान एनसीएल में आने वाली सभी शोवेल स्वतन्त्रता सेनानियों को होंगे समर्पित

सिंगरौली 25 अगस्त भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स के मशीनी बेड़े की यात्रा में एक सुनहरा अध्याय जुड़ा जब एनसीएल की दुधीचुआ परियोजना में 20 क्यूबिक मीटर क्षमता की एक विशाल शोवेल को सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह द्वारा खदान में नियोजित कर राष्ट्र को समर्पित किया गया।
इस अवसर पर एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/ संचालन एवं कार्मिक) डॉ॰ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक (तकनीकी/ परियोजना एवं योजना) श्री एस एस सिन्हा, श्रमिक संघ जेसीसी सदस्य श्री पी के सिंह, श्री अजय कुमार, श्री बी एस बिष्ट, अशोक कुमार पाण्डेय, सीएमओएआई सचिव श्री सर्वेश सिंह, एनसीएल की परियोजना एवं मुख्यालय के महाप्रबंधक, दुधीचुआ परियोजना के विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारीगण, शोवेल निर्माता रूसी कंपनी आई-ज़ेड कर्टेक्स एवं उसकी भारतीय सहयोगी एसआरबी के सदस्य उपस्थित रहे | कार्यक्रम में एनसीएल के सीएमडी श्री भोला सिंह ने नई शोवेल की लिए परियोजना को बधाई दी और कर्मियों से शोवेल की बेहतरीन अनुरक्षण के साथ पूरी क्षमता उपयोगिता के लिए आह्वान किया। उन्होने कहा कि एनसीएल मशीनीकृत खुली खदानों में कार्य कुशलता के लिए जानी जाती है व हमारे कर्मियों के पास अद्भुत कौशल व अनुभव है, जिसके बलबूते हम बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल करते आयें हैं । साथ ही उन्होने सुरक्षा एवं पर्यावरण को साथ लेकर राष्ट्रीयता की भावना के साथ देश की ऊर्जा आकांक्षा की पूर्ति के लिए उत्पादन एवं उत्पादकता में गुणात्मक वृद्धि पर ज़ोर दिया।
एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन एवं कार्मिक) डॉ॰ अनिंद्य सिन्हा ने नई मशीन के लिए शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान एनसीएल में आने वाली सभी शोवेल का नामकरण भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान निभाने वाले स्वतन्त्रता सेनानियों के नाम पर रखा जाएगा। साथ ही दुधीचुआ सहित एनसीएल के लक्ष्य हासिल करने में इस मशीन को महत्वपूर्ण बताया। निदेशक (तकनीकी /परियोजना एवं योजना) श्री एस एस सिन्हा ने कहा कि नई शोवेल से एनसीएल की मशीनी क्षमता को मजबूती मिलेगी व उत्पादन लक्ष्यों को सुरक्षा के साथ हासिल करने में आसानी होगी। सभी जेसीसी सदस्यों ने एनसीएल के बेड़े में नई मशीन शामिल होने पर हर्ष व्यक्त किया व उम्मीद जताई कि यह शोवेल एक मील का पत्थर साबित होगी और एनसीएल की सुरक्षा के साथ उत्पादन एवं उत्पादकता में महत्वपूर्ण योगदान देगी । अपनी तरह की कोल इंडिया में स्थापित होने वाली प्रथम एवं बेहद ही आधुनिक तकनीकी से युक्त 20 क्यूबिक मीटर क्षमता बकेट की ये शोवेल सभी नवीनतम सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। जिसका उपयोग परियोजना में मुख्यतः अधिभार हटाने में किया जाएगा। राष्ट्र की ऊर्जा आत्मनिर्भरता के आलोक में, एनसीएल अपने बढ़ते उत्पादन लक्ष्यों के अनुरूप भारी एवं आधुनिक मशीनों को अपने बेड़े में शामिल कर रही है, जो उच्च उत्पादन व उत्पादकता के साथ कंपनी के सुरक्षा एवं पर्यावरण जैसे मानकों पर भी खरा उतर रही है। निकट भविष्य में एनसीएल के बेड़े में ईकेजी-20 केएम मॉडल की रूस में निर्मित 10 और शोवेल तैनात होंगी। जिनमें से 6 वित्त वर्ष 2022-23 में आने की संभावना है। एनसीएल शोवेल के समकक्ष बड़ी एवं आधुनिक तकनीकी से लैस डंपर भी तैनात कर रही है । वर्तमान में 190 टन श्रेणी के 93 डंपर कार्यरत हैं व 52 नए आने की प्रक्रिया में हैं। साथ ही एनसीएल के समृद्ध मशीनी बेड़े में शीघ्र 4 नई ड्रैगलाइन एवं अन्य भारी मशीने शामिल होंगी जिससे एनसीएल के बेड़े को और मजबूती मिलेगी व देश की ऊर्जा आकांक्षों को पूरा करने में मदद मिलेगी।