मूसलाधार बारिश से जलमग्न हुआ ऊर्जाधानी ननि क्षेत्र बैढऩ के कई घरों में भरा पानी,वार्ड नं.41 गनियारी के विश्वकर्मा मोहल्ले की हालत बद् से बद्तर,रहवासियों में ननि के खिलाफ भारी असंतोष
सिंगरौली 8 अगस्त। जिले में बीती रात शनिवार से लेकर रविवार की दोपहर तकरीबन 12 घण्टे से अधिक समय तक रूक-रूककर हुई मूसलाधार बारिश से ऊर्जाधानी जलमग्न हो गया है। खेत,तालाब पानी लबालब भर गये हैं तो वहीं बंधौरा, खुटार पुलिस चौकी क्षेत्र के कई नाले व नदियां उफान पर हैं।
दरअसल शनिवार की रात करीब 8 बजे से लेकर पूरी रात तक बीच-बीच में सावन मास की झड़ी व मूसलाधार बारिश का क्रम जारी रहा। शुरूआती दौर में दो घण्टे तक हुई भीषण बारिश ने बैढऩ शहरवासियों को सदमे में डाल दिया था। शहरी क्षेत्र की नालियां तमतमा आयी थीं और पानी सड़कों से घरों में घुसने लगा। आलम यह था कि बैढऩ इलाके के कई वार्डों में स्थिति बद् से बद्तर होने लगी। गनीमत रही कि रात 10 बजे के बाद बारिश थम गयी। इसके कुछ घण्टे बाद रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ। जो अलसुबह तक जारी रहा। सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 11 बजे फिर वही हालात उत्पन्न होने लग। इस मूसलाधार बारिश से सबसे विकट स्थिति वार्ड नं.41 गनियारी के विश्वकर्मा मोहल्ला व मुख्य बस्ती मार्ग का रहा। जहां नालियों के गायब होने से पूरा पानी सड़क के माध्यम से घरों में घुसने लगा। यहां के रहवासियों ने बताया कि 2 फीट तक गहरा पानी सड़क पर चल रहा था। जिसके चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ननि का सफाई अमला धोखे से भी नालियों को तलाशने जहमत नहीं उठाते। उधर गनियारी के एलआईजी आवासीय कॉलोनी भाजपा नेता संजय ताम्रकार के घर के पास वाली लेन में कई घरों में बरसाती नाली का पानी घुसने से सामग्रियों को नुकसान हुआ है। यह घटना शनिवार-रविवार की रात की है। वहीं अंतर्राज्यीय बस स्टैण्ड की स्थिति और भयावह थी। रात के समय पूरा बस स्टैण्ड परिसर में पानी ही पानी नजर आ रहा था। यात्री बसों पर सवार होने के लिए भीगते हुए नजर आये। फिलहाल जिले में रूक-रूककर हो रही बारिश ने एक बार जहां किसानों के चेहरे पर खुशी लौटा दिया है तो वहीं ज्यादा बारिश होने से नुकसानी भी उठानी पड़ रही है। वार्ड नं.21 सीएमपीडीआई कॉलोनी के समीप बैगा बस्ती में एक मकान की दीवाल गिरने से मासूम घायल हो गयी। घायल बालिका को आनन-आनन में नवानगर पुलिस के द्वारा उपचार के लिए नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। ऐसे में यदि इसी तरह बारिश होती रही तो कच्चे मकानों में रहने वाले रहवासियों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। वहीं मौसम विभाग ने संभावना जताया है कि एक सप्ताह तक इसी तरह हालात बने रह सकते हैं।
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करहिया नाला भी उफान पर,रास्ता अवरूद्ध
खुटार पुलिस चौकी के समीपस्थ करहिया नाला भी उफान पर है। जहां घण्टों आवागमन प्रभावित रहा है। वहीं मौके पर पुलिस पहुंच खतरे के निशान से ऊपर बह रहे नाला से कोई व्यक्ति पार न करे इसके लिए रोक लगा दिया गया है। लेकिन पुलिस को अंदेशा है कि एक बार फिर से करहिया नाला की पुलिया बह सकती है। यहां बताते चलें कि पिछले माह जुलाई के प्रथम सप्ताह में भीषण बारिश से करहिया नाला की पुलिया ध्वस्त होने के कारण करीब दो दिन तक परसौना-रजमिलान-सरई मार्ग का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया था। वहीं शनिवार-रविवार को अंचल में रूक-रूककर जारी मूसलाधार बारिश से उक्त नाला में बाढ़ आ गयी है।
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अमिलिया रपटा के तेज धार में बहने लगा एक युवक
अमिलिया घाटी के नीचे रपटा भी उफान पर आ गया। जहां एक युवक जान जोखिम में डालकर रपटा को पार कर रहा था। इसी दौरान वह पानी के तेज बहाव में फस गया। तो वहीं दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी थीं। रपटा में पानी खतरे के निशान से करीब 3 फीट ऊपर बहने की सूचना मिलते ही बंधौरा चौकी प्रभारी प्रियंका मिश्रा पुलिस बल के साथ स्थल पहुंच गयीं। जहां रपटे के बीच धार में फंसे युवक को बचाने के लिए पुलिस कर्मियों ने अपनी जान की वगैर परवाह किये रपटे के तेज बहाव में कूद पड़े और युवक को सुरक्षित बाहर निकालने में सफल रहे। इस दौरान जैसे ही युवक गहरे पानी से बाहर निकला तत्काल वह भाग खड़ा हुआ। चौकी प्रभारी ने सबको हिदायत दिया है कि जब तक पानी खतरे के निशान से ऊपर बहता रहेगा तब तक किसी को आने जाने की इजाजत नहीं दी जायेगी।