मैहर से शर्मनाक तस्वीर मुक्ति धाम में पसरी गंदगी

मैहर से शर्मनाक तस्वीर मुक्ति धाम में पसरी गंदगी

मैहर। मां शारदा की नगरी मैहर का वह स्थान जहाँ जीवन की अंतिम यात्रा पूरी होती है, आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। नगर पालिका के सफाई अभियान की पोल खुली पड़ी है मुक्ति धाम परिसर में चारों ओर गंदगी, दुर्गंध और उपेक्षा का आलम ऐसा कि शोकाकुल परिवार अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने आते हैं तो असहनीय स्थिति का सामना करना पड़ता है।
चित्रों में साफ दिख रहा है कि जहां शांति और श्रद्धा का वातावरण होना चाहिए, वहां कीचड़, कचरा, गोबर और गंदे पानी के ढेर ने मुक्ति स्थल की गरिमा को रौंद रखा है। श्मशान भवन के भीतर फर्श पर जमी गंदगी, दीवारों पर मैल और जगह-जगह मलमूत्र के निशान इस बात की गवाही दे रहे हैं कि नगर पालिका के सफाई कर्मचारी यहां महीनों से नहीं पहुंचे।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। जिस जगह इंसान की देह पंचतत्व में विलीन होती है, वहीं यह अमानवीय हाल देख कर मन कांप उठता है
यह विडंबना ही है कि नगर पालिका स्वच्छता अभियान और सुंदर मैहर के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन मुक्ति धाम जैसे पवित्र स्थल की सुध लेने कोई नहीं आता। यह न केवल प्रशासनिक लापरवाही है बल्कि श्रद्धा, संस्कार और मानवता के प्रति अपमान भी है।
प्रशासन को चाहिए कि तत्काल इस स्थान की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करे, नियमित निगरानी दल तैनात करे और जिम्मेदार कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही करे ताकि आगे से किसी भी शोकग्रस्त परिवार को अपने अंतिम संस्कार के समय अवमानना और असुविधा की यातना न झेलनी पड़े।
मुक्ति धाम में फैली यह गंदगी केवल सफाई की नहीं, संवेदना की कमी की तस्वीर है।
क्या नगर पालिका अब भी जागेगी, या फिर यह मुक्ति स्थान इसी उपेक्षा में डूबा रहेगा?