अधिवक्ता पर आदिवासियों ने किया जानलेवा हमला
जमीन विवाद से जुड़ा है मामला, राजनीतिक संरक्षण के चलते आरोपियों की नहीं हुई गिरफ्तारी
सिंगरौली 22 अक्टूबर। जिले के चितरंगी थाना क्षेत्र अंतर्गत सगनरा में बीते 19 अक्टूबर की रात्रि तकरीबन 10 बजे अधिवक्ता पर आधा दर्जन आदिवासियों ने जानलेवा हमला किया। इस घटना में अधिवक्ता लहूलुहान हो गया था। इसके बावजूद राजनीतिक संरक्षण के चलते आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। चितरंगी पुलिस ने अधिवक्ता को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है।
जानकारी में अधिवक्ता अमरनाथ पाल पिता रामलगन पाल उम्र 35 वर्ष निवासी सगनरा ने बताया कि बीते 19 अक्टूबर को मेरे परिजन दीपदान करने के लिए चित्रकूट गए हुए थे। घर पर मैं और मेरा 11 साल के बच्चे के अलावा मेरे भाई की पत्नी घर में थे। रात्रि तकरीबन 10 बजे घर के सामने बच्चे के कहने पर पटाखा फोड़ने लगा। मेरे घर के सामने मेरी ही जमीन पर जिस पर मैं न्यायालय से स्थगन आदेश लिया हूं। उसके बावजूद लोलर सिंह और रवि सिंह जबरन कब्जा कर रहा है। आकर बोलने वालों की यह वकील क्यों पटाखा फोड़ रहे हो। इतना कहते हुए हमारे ऊपर लाठी चला दी। मैं अपने आप को बचाने के लिए भागने लगा तो लोलर सिंह गोड़ और रवि सिंह गोड़ के अलावा उसके चार अन्य रिश्तेदार लाठी से मारने लगे। जहां लोलर सिंह गोड़ बका से सिर पर प्रहार किया। जिससे लहुलुहान हो गया और मैं जमीन पर गिर पड़ा। जमीन पर गिरने के बाद आधा दर्जन सरहंग मुझे छोड़कर भाग गए और मैं बेहोश हो गया। तब मेरे भाई की पत्नी ने 112 नंबर पुलिस को फोन लगाया और पुलिस आई। मुझे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चितरंगी में भर्ती कराया गया। इसके बाद जिला चिकित्सालय कर ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया। जिसके चलते जिला चिकित्सालय में मेरा उपचार चल रहा है। बीते मंगलवार को कोतवाली पुलिस के द्वारा जीरो पर कायमी की गई है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 296,115(2), 351(2), 3, 5 के तहत कायम किया है। अभी तक मुझे जानकारी नहीं है। हॉ इतना जरूर है कि अभी तक आरोपियों को चितरंगी पुलिस के द्वारा राजनीतिक संरक्षण के चलते गिरफ्तार नहीं किया गया है।
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राजनीतिक दबाव में पुलिस
घायल अधिवक्ता ने बताया कि चार दिन पुराना मामला है, लेकिन चितरंगी पुलिस गंभीर धाराएं नही लगाई हैं। जबकि मेरे ऊपर जानलेवा हमला हुआ है। वहीं आरोपियों का खुला चैलेंज किया जा रहा है कि जहां शिकायत करना है कर दो। क्योंकि मेरा कुछ नहीं होगा। अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी कहते हैं कि राज्यमंत्री का रिश्तेदार हूॅ, जो करना हो कर लो। पीड़ि़त अधिवक्ता ने बताया कि बीते मंगलवार को राज्यमंत्री राधा सिंह जिला चिकित्सालय मुझसे मिलने आई थी। पूछ रही थी कि मेरा नाम क्यों लिया जा रहा है, तो मैं उनसे कहा कि लोलर सिंह गोंड़ के द्वारा यही कहा जाता है कि मैं राज्यमंत्री का रिश्तेदार हूं। मेरा कुछ नहीं होने वाला है।