एनएसयूआई के प्रदर्शन पर पुलिस ने चलाया वाटर कैनन
पुलिस ने एनएसयूआई पर वाटर कैनन का किया इस्तेमाल
सिंगरौली जिले में एनएसयूआई के छात्र-छात्राएं आज दिन गुरूवार को कलेक्ट्रोरेट का घेराव करने के लिए पहुंचे। इस प्रदर्शन में एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे भी शामिल हुए।
प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के पास पहुंचे, कलेक्ट्रेट के भीतर प्रवेश करने लगे, पुलिस ने बाहर गेट में ही बेरीकेट लगाकर उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का सहारा लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर जैसे ही पानी की बौछार की गई, राजनीति गरमा गई। इस दौरान कांग्रेस के कई नेता भी शामिल नजर आए। हालात सामान्य होने पर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने अपनी 14 बिंदुओं को लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम सुरेश जादव को ज्ञापन सौंपा।
बता दे कि एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कॉलेज के छात्रों की मांगों को सरकार नजरअंदाज कर रही है। आज सैकड़ो छात्र सड़क पर उतरे हैं। स्थानीय स्तर पर प्रदूषण, विस्थापन, बेरोजगारी और छात्र के हितों के लिए काम नहीं हो रहे हैं। ऊर्जाधानी में यह आंदोलन एक शुरुआत है। यदि छात्रों की मांगों को सरकार नहीं मानती तो ऊर्जाधानी के युवा इतना ताकत रखते हैं कि एक दिन एक साथ होकर सरकार को पलटने का काम करेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा 20 साल से सरकार चला रही है, लेकिन छात्र संघ चुनाव नहीं करा रही है। सरकार को डर है कि कहीं छात्र इक_ा होकर उनके सिंहासन को हीला ना दे। उन्हें डर है कि उनकी कुरीतियां और नीतियों को लेकर छात्र संगठित ना हो जाए। सरकार को डर है कि कहीं एनएसयूआई की कार्यकर्ता एबीव्हीपी के कार्यकर्ताओं को धूल ना चटा दे इसीलिए चुनाव नहीं करा रहें। इस दौरान सैकड़ो एनएसयूआई के कार्यकर्ता और स्थानिक कांग्रेसी नेता कलेक्ट्रेट गेट पर मौजूद रहे।
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कपनियां सरकारी नियमों का पालन नही कर रही हंै: चौकसे
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने कहा कि जिले में भारी उद्योग और कोयला खदाने होने के कारण गंभीर प्रदूषण है। विस्थापन से प्रभावित लोगों को उचित लाभ नहीं मिल रहा है। इसके बावजूद कि यहां रोजगार के कई अवसर हैं, स्थानीय युवा बेरोजगार हैं, क्योंकि कंपनियां सरकारी नियमों का पालन नहीं कर रही हैं। इन सभी मांगों को लेकर एनएसयूआई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। इससे पहले कार्यकर्ताओं ने शहर के विभिन्न इलाकों से रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर प्रदर्शन कार्यों पर काबू पाया।