केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में CBI द्वारा विकसित BHARATPOL पोर्टल का शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज ‘भारतपोल’ की शुरूआत के साथ, अंतर्राष्ट्रीय इन्वेस्टिगेशन में भारत एक नए युग में प्रवेश कर रहा है‘भारतपोल’ और तीन नये आपराधिक कानून, अपराध करके विदेश भागे भगौड़ों को पकड़ने का मजबूत माध्यम बनेंगे
तीन आपराधिक कानूनों में जुड़े ‘Trial in Absentia’ के माध्यम से अपराध कर विदेश भागे भगौड़ों की अनुपस्थिति में केस चला कर उन्हें सजा दी जा सकेगी
‘भारतपोल’ जांच एजेंसियों और सभी राज्यों की पुलिस को 195 देशों के इंटरपोल नेटवर्क से जोड़कर अपराध नियंत्रण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
ड्रग्स, हथियार और मानव तस्करी या सीमा पार से होने वाले अन्य अपराधों के खिलाफ ‘भारतपोल’ के नेटवर्क के माध्यम से 195 देशों के साथ जानकारी साझा कर सहयोग प्राप्त होगा
‘भारतपोल’ पर इंटरपोल के 19 प्रकार के डेटा बेस उपलब्ध होंगे, जो अपराधों का विश्लेषण करने, उन्हें रोकने और अपराधियों को पकड़ने में मददगार साबित होंगे
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा विकसित BHARATPOL पोर्टल का शुभारंभ किया। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने पुरस्कार विजेता 35 सीबीआई अधिकारियों को पुलिस पदक भी प्रदान किए, जिन्हें विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और जांच में उत्कृष्टता के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गया है। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह सचिव, निदेशक, CBI और सचिव, DoPT सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज BHARATPOL की शुरूआत के साथ अंतर्राष्ट्रीय इन्वेस्टिगेशन में भारत एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि BHARATPOL के माध्यम से भारत की हर एजेंसी और पुलिस फोर्स बहुत सरलता के साथ INTERPOL के साथ कनेक्ट कर जांच को गति दे सकेगी।
श्री अमित शाह ने कहा कि वर्ष 2047 में देश आज़ादी की शताब्दी मनाएगा और इस काल को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अमृतकाल कहा है। उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता ने स्पिरिट के साथ इस अमृतकाल को स्वीकार कर एक सामूहिक संकल्प लिया है कि आज़ादी की शताब्दी तक भारत विश्व में हर क्षेत्र में सर्वप्रथम होगा। उन्होंने कहा कि इस संकल्प को सिद्ध करने के कई पड़ाव हैं,, जिनमें 2027 तक भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना पहला कदम होगा। श्री शाह ने कहा कि 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प चरितार्थ करने का कालखंड है। उन्होंने कहा कि ये अमृतकाल भारत के लिए एक स्वर्णिम अवसर है।