हत्यारों को फांंसी दो के नारे से गूंज उठा बैढ़न शहर
सामाजिक संस्था स्पंदन की अगुवाई में निकाली गई आक्रोश रैली, कोलक त्ता घटना के खिलाफ लोगों में आक्रोश
पश्चिम बंगाल के आरजे हॉस्पिटल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म व जघन्य हत्या के विरोध में आज सामाजिक संस्था स्पंदन के आह्वान पर सैकड़ों लोग नगर सड़क पर उतर पड़े। इसमें बच्चे, बूढ़े, महिला, युवा भी भारी संख्या में इस आक्रोश रैली में भाग लेकर इस घटना के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की।
आज दिन गुरूवार सायंकाल 4 बजे सामाजिक संस्था स्पंदन की अध्यक्ष अनामिका सिंह की अगुवाई में अंबेडकर चौराहे पर स्थित बाबा साहब आंबेडकर के मूर्ति पर संस्था के सदस्यों ने माल्यार्पण किया। हत्यारों को फांसी दो, नारी तुम दुर्गा बनो, दरिंदों पर प्रहार करो, न्याय की गुहार है। हर नारी की ललकार है, बेटी हूं खिलौना नहीं, रेप की सजा फांसी हो के नारों से शहर वासियों ने अपनी आवाज बुलंद की। अपने हाथों में पोस्टर, बैनर, तख्ती लेकर हजारों नौजवान और महिलायें पंक्ति बद्ध होकर अम्बेडकर चौराहे से तुलसी मार्ग होते हुए मुख्य सड़क से होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां वक्ताओं ने इस जघन्य हत्या और कायरता के लिए हत्यारों के लिए फांसी की मांग की। इस विशाल रैली की अगुवाई कर रही स्पंदन संस्था की अध्यक्षा अनामिका सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा यह केवल बंगाल की बात नहीं है। हर राज्य में आज आये दिन बेटियों के साथ अमानवीय कृत्य हो रहे है। इन भेड़ियों का अंत होना जरूरी है। हमे राजनीति से ऊपर उठकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी। पूर्व महापौर रेणुशाह ने इस जघन्य हत्या व कुकृत्य की आलोचना करते हुए इस तरह के केस में त्वरित कार्यवाही के लिए फास्ट ट्रैक बनाकर फांसी की सजा की मांग की। मनोरमा शाह ने डॉक्टर बेटी के साथ हुए इस कायरता एवं जघन्य हत्या को एक पाशुविकता कृत्य बताते हुए ऐसे लोगों को समाज में जिंदा रहने का कोई हक नहीं।
हत्यारों को फांंसी दो के नारे से गूंज उठा बैढ़न शहर
Pradeep Tiwari
मैं, प्रदीप तिवारी, पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता से जुड़ा हूँ। सबसे पहले, मैं एक स्थानीय समाचार चैनल में एक रिपोर्टर के रूप में शामिल हुआ और फिर समय के साथ, मैंने लेख लिखना शुरू कर दिया। मुझे राजनीति और ताज़ा समाचार और अन्य विषयों से संबंधित समाचार लिखना पसंद है।
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