कुंदन पांडेय ने कांग्रेस पार्टी से दिया इस्तीफ कांग्रेस पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप , कहा कि कांग्रेस पार्टी रीति नीति से गई है भटक

कुंदन पांडेय ने कांग्रेस पार्टी से दिया इस्तीफ कांग्रेस पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप , कहा कि कांग्रेस पार्टी रीति नीति से गई है भटक

सिंगरौली 12 जून। सिंगरौली मेयर के लिए कांग्रेस पार्टी के द्वारा प्रत्याशी का ऐलान किए जाने के बाद विरोध शुरू हो गया है । आज रविवार कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कुंदन पांडे ने टिकट वितरण को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए प्राथमिक सदस्यता एवं पद से त्यागपत्र दे दिया है । इस दौरान इन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर गंभीर सवाल खड़ा उठाया है।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कुंदन पांडेय ने आज बैढऩ में पत्रकारों से रूबरू होते हुए अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा कि पहले वाली कांग्रेस पार्टी नहीं रह गई है । अपने रीति नीति व बनाए गए संविधान से भटक गई है । मैं 25 वर्षों से कांग्रेस पार्टी से जुड़ा रहा क्षेत्र की समस्याओं को उठाना और उसका निदान कराना हमारा मकसद है । उसी रास्ते पर हम चल रहे थे । इतना ही नही आंदोलन करने से भी कांग्रेस पार्टी के नेताओं को नागवार लगता था मुझे कई बार मना भी किया गया कि आंदोलन करना बंद करें । फि र भी मैं कांग्रेस पार्टी के लिए काम करता रहा । उन्होंने आगे आरोप लगाया कि यहां के कांग्रेसी नेता केवल ज्ञापन देकर फ ोटो खिंचवाना पसंद करते हैं । जनता की समस्याओं का निदान कराने के लिए संघर्ष नहीं करते , विपक्ष की भूमिका अदा करने में कांग्रेस के नेता विफ ल रहे हैं । उन्होंने कांग्रेस मेयर प्रत्याशी की ओर इशारा किया है । कुंदन ने यह भी कहा कि मेरा प्रत्याशी से कोई विरोध नहीं है बल्कि कांग्रेस पार्टी से विरोध है । अब मैं सभी पद व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ ा देकर स्वतंत्र होना चाहता हूं । मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अभी कुछ दिन आराम करना चाहता हूं , लेकिन यदि ठीक-ठाक दिखा दो किसी पार्टी में भी जा सकता हूं । चुनाव लड़ूंगा या नहीं इस पर अभी कुछ कह पाना जल्दबाजी है । यदि जन सेवा करना है और क्षेत्रीय जन की समस्याओं के लिए संघर्ष करने के लिए किसी राजनीतिक पार्टी का सहारा लेना जरूरी होता है । जो भी कदम उठाउँगा वह सोच समझ कर उठाउँगा। लेकिन अब कांग्रेस पार्टी से हम ऊब चुके हैं । देशभर में कांग्रेस पार्टी बुरे दौर से गुजर रही है । शीर्ष नेतृत्व पास निर्णय लेने की क्षमता समाप्त हो चुकी है । यही कारण है कि अब कांग्रेस पार्टी से जनता का मोहभंग हो रहा है । नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ेगा । उन्होंने मीडिया कर्मियों के सवाल का जवाब देते हुए आगे कहा कि जब तक विंध्य के दो नेता रहेंगे तब तक पार्टी की दुर्गति होती रहेगी। हालांकि उन्होंने नाम नहीं लिया लेकिन इशारों ही इशारों में सब कुछ कहडाला साथ ही यह भी कहा कि सिंगरौली को जिला बनाने के दौरान रोड़ा डाल रहे थे उनका मकसद था कि सिंगरौली का समग्र विकास ना हो । कांग्रेस पार्टी के ऐसे नेताओं को जिले की जनता सबक सिखा रही है और आगे भी सिखाएगी।
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ब्राह्मणों को कब देगी कांग्रेस पार्टी टिकट?
उनका आगे कहना था कि नगरीय क्षेत्र में ब्राह्मण बहुसंख्यक हैं । लेकिन एक बार भी नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी नहीं बनाया है । 1999 में रेनू शाह एवं 2004 में अयाज खान वर्ष 2009 में अरविंद सिंह चंदेल को प्रत्याशी बनाया गया था । नगरीय क्षेत्र के बहुसंख्यक समाज के लोगों को व वर्षों से पार्टी में रहकर कार्य करने वाले नेताओं को कांग्रेस पार्टी टिकट कब देगी । यही सवाल अब पूछा जा रहा है। आगे उन्होंने कहा कि हारे हुए प्रत्याशी पर दांव खेला है । विधानसभा चुनाव में बागी होने वाले व 2009 के नगरी निकाय चुनाव में हारने वाले प्रत्याशी को कांग्रेस ने टिकट दिया है । यदि विधानसभा चुनाव में बागी होकर निर्दलीय चुनाव ना लड़ते तो आज सिंगरौली में कांग्रेस पार्टी का विधायक होता । कांग्रेस पार्टी में ऐसे ही लोगों को जगह मिलती है जो पार्टी के साथ धोखा दें।
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कांग्रेस पार्टी के सर्वे का कोई मतलब नहीं
कुंदन पांडे ने पर्यवेक्षक एवं कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि दिखावे के लिए प्रत्याशी चयन का मापदंड सर्वे को आधार मानकर दुहाई दी जाती है । लेकिन सिंगरौली में पार्टी का सर्वे कोई मायने नहीं रखता है । यह सिर्फ एक ढकोसला है और कार्यकर्ताओं को गुमराह करने का तरीका है । सिंगरौली नगर निगम सबसे बड़ा उदाहरण है । पर्यवेक्षक भी आए तो उन्हें रास्ते में ही टेकओवर कर लिया गया । उन्हें सही जानकारी नहीं दी गई । जिसका परिणाम है कि हारे हुए प्रत्याशी पर कांग्रेश पार्टी दांव खेल रही है।
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