जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है, और नगर निगम करवा रहा स्वच्छता प्रदर्शनी
आखिर अमित सिंह को पुनः क्यों बुलाया गया सिंगरौली, कौन करता है इनके खाने पीने रहने सहित पेमेंट की व्यवस्था
(लोलारक मिश्र व्यूरो चीफ कीर्ति प्रभा सिंगरौली )सिंगरौली 1 अक्टूबर अब तक सिंगरौली गंदगी के पहाड़ के तले दबी हुई है नाली कचड़ों में तब्दील हैं चौराहों पर गंदगी का अंबार है भले ही नगर निगम के द्वारा शहर के चारों तरफ साफ सफाई एवं कचरे का संग्रहण किया जाता है लेकिन यह सिर्फ मुख्य मार्गो तक सीमित है। कहा जा रहा है कि नए स्वच्छता नोडल अधिकारी बनाए जाने के कारण शहर में गंदगी का अंबार है ओर बढ़ गया है। शहर की नालियां कचड़ों में तब्दील है। और कई वर्षों से लगातार अमित सिंह सिंगरौली में आकर लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हैं लेकिन सिंगरौली आज भी जस का तस है आखिर अमित सिंह को सिंगरौली बुलाकर पैसे का बंदर बाट करने का तरीका नगर निगम के पास अच्छा है ठीक उसी तर्ज पर आज चुन कुमारी स्टेडियम के सामने स्वच्छता प्रदर्शनी लगाया गया है जहां खराब सामग्रियों के द्वारा क्या क्या सामग्री बनाया जा सकता है इस विषय को लेकर इन्होंने लाखों रुपए खर्च करने का बहाना बना लिया और नगर निगम पैसे का कैसे बंदरबांट करें यह तो सिर्फ मौके का इंतजार में रहता है और अमित सिंह सिंगरौली के पैसे गोलमाल करने के लिए कार्य करने लगे हैं।। अगर गोलमाल नहीं करते तो सिंगरौली की तस्वीर स्वच्छता के नाम पर क्यों नहीं बदली? कई वर्षों से चल रहा स्वच्छता अभियान में आज भी सिंगरौली की तस्वीर क्यों नहीं बदली क्योंकि यहां सिर्फ कागजों में स्वच्छता अभियान सहित स्वच्छता का कार्य किया जाता है शहर से लेकर ग्रामीण जोन तक नालियां सहित शहर की सड़कें गंदगी में तब्दील है उदाहरण के तौर पर बरसात के दिनों में जैसे ही बरसात होती है पूरा कचरा रोड पर जम जाता है स्वच्छता अधिकारी कई वर्षों से ई के पद पर जमे रहे लेकिन जैसे ही का पद से हटाया गया वैसे ही अब स्वच्छता अधिकारी बन गए कई वर्षों से जिले में जमे होने के नाते इन्हें गोलमाल करने के हर दांवपेच पता है और कमीशन के दम पर नगर निगम में काफी भ्रष्टाचार चल रहा है। कलेक्टर ने स्वच्छता को लेकर कई बार नगर निगम को लगाई फटकार फिर भी नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी कुंभकरण निद्रा से जागते नही क्योंकि राजनेताओं के संरक्षण में जाकर चढ़ावा देने के बाद पुनः वही कृत्य करते हैं जो वर्षों से करते आए हुए हैं।