एनएच में धरना देना विधायक को पड़ा भारी,अपराध दर्ज तहसीलदार ने जियावन थाने में दर्ज कराया एफआईआर,महंगाई,बेरोजगारी,भ्रष्ट्राचार के खिलाफ पैदल यात्रा निकाल विधायक ने दिया था धरना

एनएच में धरना देना विधायक को पड़ा भारी,अपराध दर्ज तहसीलदार ने जियावन थाने में दर्ज कराया एफआईआर,महंगाई,बेरोजगारी,भ्रष्ट्राचार के खिलाफ पैदल यात्रा निकाल विधायक ने दिया था धरना

सिंगरौली 27 अगस्त। सीधी-सिंगरौली नेशनल हाइवे 39 के सड़क को जाम कर धरना देना विधायक कमलेश्वर पटेल एवं उनके हजारों साथियों को भारी पड़ गया है। देवसर तहसीलदार बंशराखन सिंह की रिपोर्ट पर जियावन पुलिस ने विधायक कमलेश्वर पटेल सहित करीब ढाई हजार लोगों के विरूद्ध विभिन्न भादवि की धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। प्रशासन द्वारा की गयी इस कार्रवाई के बाद राजनैतिक मामला तूल पकड़ लिया है।
गौरतलब हो कि कल गुरूवार को सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल ने महंगाई, बेरोजगारी, बिजली अघोषित कटौती सहित अन्य समस्याओं व मांगों को लेकर देवसर जनपद पंचायत दफ्तर के सामने से गुजरने वाली सीधी-सिंगरौली नेशनल हाइवे 39 के एक लेन को जाम करते हुए टेंट लगाकर जनसभा को संबोधित करते हुए बाद में उसे धरने में तब्दील कर दिया। सीधी-सिंगरौली नेशनल हाइवे के जाम होने से नगरीय क्षेत्र की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त होने के कारण करीब 5 किमी दूरी तक हैवी वाहनों का लंबा जाम लग गया था। इस दौरान विधायक के इस कदम को लेकर लोग तरह-तरह के आरोप-प्रत्यारोप भी लगाते रहे। वहीं बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन व एनएच-39 को जाम करने के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए जियावन थाने में देवसर तहसीलदार बंशराखन सिंह ने विधायक सहित करीब ढाई हजार लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी। जहां पुलिस ने विधायक सहित अन्य हजारों लोगों पर भादवि की धारा 341,147,149,8 (ख) राष्ट्रीय राजमार्ग निषेध अधिनियम के तहत पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इसकी पुष्टि जियावन थाना प्रभारी नेहरू सिंह खण्डाते ने की है।
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अपराध दर्ज होने के बाद मामला गरमाया
सिहावल विधायक सहित करीब ढाई हजार से अधिक लोगों के विरू द्ध जियावन थाने में अपराध पंजीबद्ध होने के बाद यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेसियों ने जहां इसे भाजपा की साजिश बताया है तो वहीं अंचल के कई भाजपाईयों ने विधायक को ही आड़े हाथों लेते हुए कायदे कानून का पालन करने की नसीहत दे डाली। भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि विधायक पढ़े लिखे हैं। सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश का पालन करना चाहिए था। उच्चतम न्यायालय का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी हालत में राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित नहीं किया जा सकता है किन्तु विधायक ने उच्चतम न्यायालय के निर्देशों की अवहेलना करते हुए आमजनों की परेशानी को बढ़ा दिया था। अपनी सुर्खियां बटोरने के लिए विधायक ने यह सब कुछ किया है। वहीं कांग्रेसियों ने विधायक के इस धरना प्रदर्शन का समर्थन करते नजर आ रहे हैं। उनके इस कदम का कांग्रेसी सोशल मीडिया में तारीफ भी कर रहे हैं।
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9 घण्टे तक लगा रहा जाम
गौरतलब हो कि कल गुरूवार को कांग्रेस पार्टी ने पैदल यात्रा करते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया था। कांग्रेस पार्टी का यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे से आरंभ हो गया था और रात करीब 8 बजे तक चलता रहा। इस दौरान सुबह 9 बजे से ही हैवी वाहनों के आवाजाही पर पुलिस ने रोक लगा दिया। जिसके चलते तकरीबन 8 घण्टे के अधिक समय तक लगा रहा। जिसके चलते लोगबाग काफी परेशान हुए थे। कांग्रे्रसियों ने एनएच के एक लेन को पूरी तरह से बंद कर दिया था। बीच बाजार में विधायक के अगुवाई में कांग्रेसियों द्वारा नेशनल हाइवे 39 को जाम कर धरने के कारण जमकर किरकिरी भी हो रही थी। हालांकि कांग्रेसी नेता इस धरने से काफी खुश नजर आ रहे थे। लेकिन जनता के चेहरों पर नाराजगी भी झलक रही थी।
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इनका कहना है
बिना अनुमति के ही कांग्रेसियों ने धरना प्रदर्शन किया था। साथ ही सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग 39 को जाम कर धरने पर बैठे थे। तहसीलदार ने जियावन थाने में एफआईआर दर्ज कराया है।
आकाश सिंह
एसडीएम,देवसर आईएएस