टीकमगढ़ में नारी शक्ति संगठन करेगा सामूहिक कन्या विवाह समारोह का आयोजन
2 नवंबर को मानस मंच किले के मैदान में होंगे 11 कन्याओं के विवाह
सामाजिक सहभागिता से उमड़ेगी मानवता की मिसाल
टीकमगढ़। समाज में बेटी विवाह जैसे पुनीत कार्य को सहयोग और संवेदना के साथ आगे बढ़ाते हुए नारी शक्ति संगठन द्वारा इस वर्ष भी सामूहिक कन्या विवाह समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 2 नवंबर को शहर के मानस मंच, किले के मैदान में संपन्न होगा।
संगठन ने इस बार 11 कन्याओं के विवाह संपन्न कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
संगठन की अध्यक्ष रुचि राजा परमार ने रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नारी शक्ति संगठन पिछले तीन वर्षों से यह आयोजन लगातार कर रहा है। पहले वर्ष पांच कन्याओं के विवाह संपन्न कराए गए, जबकि दूसरे वर्ष 11 कन्याओं का विवाह भव्य रूप से संपन्न हुआ था। उन्होंने कहा कि समाज में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों के विवाह में सहयोग देना ही संगठन का उद्देश्य है।
रुचि राजा परमार ने बताया कि विवाह के लिए कुछ नियम और पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं।
कन्या की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और वर की 21 वर्ष होना आवश्यक है।
जिन कन्याओं के माता-पिता नहीं हैं, उन्हें प्रथम प्राथमिकता दी जाएगी।
इसके अतिरिक्त, वे कन्याएं जिनके परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं या बीपीएल कार्डधारी हैं, उन्हें भी इस योजना के अंतर्गत शामिल किया जाएगा।
सभी वर-वधू के लिए आधार कार्ड अनिवार्य रखा गया है, जिससे पारदर्शिता और प्रमाणिकता सुनिश्चित हो सके।
समारोह में विवाह के बाद नारी शक्ति संगठन की ओर से कन्याओं को फर्नीचर, बर्तन, कपड़े, गहने और गृहस्थी के आवश्यक सामान भेंटस्वरूप प्रदान किए जाएंगे। साथ ही, लड़का और लड़की दोनों पक्षों के परिवारजनों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी।
संगठन की सचिव रश्मि निरंजन ने बताया कि इस आयोजन में विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और व्यापारी संगठनों का सहयोग मिल रहा है। समाज के कई सम्मानित नागरिकों ने भी इस पुनीत कार्य में आर्थिक और भौतिक सहयोग देने की सहमति दी है।
सामूहिक विवाह समारोह का उद्देश्य सिर्फ बेटियों का विवाह कराना नहीं, बल्कि समाज में समानता, सहयोग और संवेदना का संदेश फैलाना भी है। आयोजन समिति का कहना है कि यह आयोजन हर वर्ष एक सामाजिक आंदोलन का रूप लेता जा रहा है, जिससे असंख्य परिवारों को नई उम्मीद और संबल मिलता है।