प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है 2047 तक विकसित भारत बनाना, जिसके लिए सभी स्वदेशी अपनाएं- शिवराज सिंह

सरस आजीविका मेले का केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह व मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने किया शुभारंभ


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है 2047 तक विकसित भारत बनाना, जिसके लिए सभी स्वदेशी अपनाएं- शिवराज सिंह

श्री शिवराज सिंह ने मेले में आई लखपति दीदियों को अपने निवास पर आने और सहभोज का दिया निमंत्रण

केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ दिल्लीवासियों को दिलाने के लिए श्री शिवराज सिंह ने जताई प्रतिबद्धता

मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, दिल्ली में 22 सितंबर तक चलेगा केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय का वृहद मेला

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “वोकल फॉर लोकल” के संकल्प को मजबूती, “स्वदेशी” अपनाने का प्रण

इंडिया फूड कोर्ट में विभिन्न राज्यों के पारंपरिक व स्वादिष्ट पकवान, रोज सांस्कृतिक कार्यक्रम भी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में वोकल फॉर लोकल के संकल्प को मजबूती देने के साथ ही स्वदेशी अपनाने का प्रण लेते हुए वृहद सरस आजीविका मेले का औपचारिक शुभारंभ आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान तथा दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूहों की सदस्य लखपति दीदियों के साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री श्री चंद्र शेखर पेम्मासानी एवं श्री कमलेश पासवान और ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव श्री शैलेश कुमार सिंह, दिल्ली के मुख्य सचिव श्री धर्मेंद्र सहित केंद्र व दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित यह सरस आजीविका मेला मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, दिल्ली में 5 सितंबर से लगाया गया है, जो 22 सितंबर तक चलेगा। मेले में 400 से ज्यादा स्वयं सहायता समूहों की लखपति दीदियों द्वारा बनाए गए उत्कृष्ट उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं, जिनका अवलोकन केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित अन्य अतिथियों ने किया और स्वयं सहायता समूहों तथा ग्रामीण उद्यमियों के कार्यों की दिल खोलकर सराहना की, जिन्होंने समुदायों को सशक्त बनाने, आजीविका बढ़ाने और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अतिथियों ने प्रदर्शनी क्षेत्र का भ्रमण करते हुए स्वयं सहायता समूहों की सदस्यों से संवाद किया और प्रदर्शित उत्पादों की विविधता व गुणवत्ता की प्रशंसा की। यहां इंडिया फूड कोर्ट में विभिन्न राज्यों के पारंपरिक और स्वादिष्ट पकवान भी उपलब्ध हैं, वहीं एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रतिदिन आयोजित हो रहे हैं।

समारोह में केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस मेले में एक नए भारत का दर्शन होता है। आत्मनिर्भर भारत, सशक्त भारत। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है 2047 तक विकसित भारत बनाना, जिसके लिए स्वदेशी का माध्यम अपनाना होगा। हम अपनी चीजें स्वदेशी ही खरीदें, स्वदेशी अपनाने से हमारा देश और मजबूत बनेगा। उन्होंने सभी दीदियों और अन्य उपस्थित लोगों को स्वदेशी अपनाने का संकल्प दिलाया।

श्री शिवराज सिंह ने कहा कि दो करोड़ से ज्यादा दीदियां लखपति बन चुकी हैं और जल्द ही तीन करोड़ से ज्यादा दीदियां लखपति बन जाएगी। उन्होंने मेले में आई लखपति दीदियों को अपने निवास पर आने और उनके साथ सहभोज का निमंत्रण भी दिया। केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के साथ मिलकर दिल्ली को केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का लाभ प्रदान करने की प्रतिबद्धता भी जाहिर की, जिनसे पिछली सरकार के समय दिल्लीवासी वंचित रहे थे। श्री शिवराज सिंह ने दिल्ली और आसपास के लोगों से परिवार सहित सरस आजीविका मेले में आने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने लखपति दीदियों की मेहनत और दिल्ली में इस मेले के आयोजन के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि ​प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हम दिल्ली को और आगे ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी बहनों को सरकार स्वावलंबी और आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है।

सरस आजीविका मेला: ग्रामीण समृद्धि का राष्ट्रीय मंच ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने वाला सरस आजीविका मेला देश के सबसे बड़े मंचों में से एक है, जहाँ ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने और बेचने का अवसर मिलता है। यह मेला न केवल ग्रामीण उत्पादकों को बाज़ार से जोड़ता है बल्कि ‘वोकल फॉर लोकल’ की भावना को बढ़ावा देता है और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विज़न को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नागरिकों, उद्योग प्रतिनिधियों और नीति-निर्माताओं से अपील की है कि वे मेले में आएँ, ग्रामीण महिला उद्यमियों का समर्थन करें और भारत की समृद्ध शिल्प एवं सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करें।