निजी विद्यालयो के संचालको द्वारा एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

निजी विद्यालयो के संचालको द्वारा एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

अगर मांगे नहीं मानी गयी तो विद्यालय बन्द कर संचालको द्वारा शिक्षा अधिकारी को सौपेंगे चाभी

सिंगरौली जिले के समस्त निजी विद्यालयों संचालको द्वारा आज दिनांक 12/07/2021 दिन सोमवार से आनलाईन/आफलाईन क्लास बन्द और अन्य समस्याओं को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन कर मध्यप्रदेश शासन मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर प्रतिनिधि सँयुक्त कलेक्टर बीपी पाण्डेय को विद्यालय संचालको द्वारा माँग पत्र का ज्ञापन सौंपा गया ।

वही जिले के विद्यालयों संचालको ने मांग किया है कि कोरोनाकाल में स्कूल लगातार बंद रहे ऐसी स्थिति में शिक्षा विभाग द्वारा हाईस्कूल/हायर सेकेंडरी मान्यता नवीनीकरण हेतु निरीक्षण करवाया जा रहा है जिसमें अधिकारियों द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है और उनका कहना है कि जिस प्रकार शिक्षा सत्र 2020-21 व 2021 – 22 की मान्यता का नवीनीकरण किया गया था और उसी प्रकार इस बार भी कक्षा पहली से बारहवीं तक मान्यता का नवीनीकरण किया जाये ।

विद्यालय संचालकों का यह भी कहना है कि छात्रवृत्ति जांच के विषय में जिस प्रकार से संस्थाओं को परेशान किया जाता है और वह बंद किया जाये और प्राइवेट स्कूल संचालकों का कहना है कि शासकीय शालाओं में बिना टीसी के प्रवेश दिया जा रहा है जिससे विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है और वही अधिकांश पालकों द्वारा शाला की फीस न चुकाकर शासकीय विद्यालयों में छात्रों को प्रवेश दिलाया जा रहा है जिससे प्राइवेट विद्यालयों का भारी नुकसान हो रहा है।

जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूल संचालकों को टीसी देने हेतु नोटिस जारी किया जा रहा है और उनकी मांग है कि शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में प्रवेश के संबंध में डीपीआई पत्र क्र. विद्या. पी. मान्यता 2020/2126 दिनांक 20/12/2020 का पालन समस्त जिला शिक्षा अधिकारी से करवाया जाये।

आरटीई के तहत नि:शुल्क प्रवेशित छात्रों की वर्ष 2011 से लेकर 2021 तक फीस की प्रतिपूर्ति अभी तक नहीं हो पायी है और 2019 से 2026 तक की शुल्क भुगतान हेतु राज्य शिक्षा केन्द्र से आदेश दिये गये परन्तु अब तक भुगतान नहीं किया गया है और उन्होने फीस की प्रतिपूर्ति तत्काल कराने की मांग की है और उन्होने यह भी मांग किया है कि कोरोना काल के दौरान स्कूल लगातार बंद रहे जिससे उन्हें आर्थिक परेशानी से गुजरना पड़ा और अन्य राज्यों की तरह आर्थिक मदद देने के साथ ही सम्पूर्ण प्रकार के टैक्स, बिजली बिल, बैंकों के किस्त माफ किये जायें ।

सिंगरौली निजी विद्यालय एसोसिएशन संघ अध्यक्ष डॉ. ए.के. तिवारी ने बताया कि जिले भर में कुल लगभग 12 सौ प्राइवेट विद्यालय के लगभग 30 हजार छात्र के भविष्य का सवाल है ।

*प्राइवेट स्कूल संचालकों का कहना है कि मंगलवार 13 जुलाई को म.प्र. के समस्त प्राइवेट स्कूल संचालक अपने संकुल स्तर पर बने व्हाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट होंगे एवं विद्यालयों की चॉबी जिला शिक्षा अधिकारी और भोपाल लोक शिक्षक संचालनालय को सौंपेंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी और इस दौरान निजी विद्यालयों स्कूलों के संचालक भारी संख्या में उपस्थित रहे ।*