करथुआ के जंगल में सागौन की अवैध कटाई का मामला प्रकाश मे आया है वन विभाग के कर्मचारीयों की नाकामी या सरंक्षण

करथुआ के जंगल में सागौन की अवैध कटाई का मामला प्रकाश मे आया है वन विभाग के कर्मचारीयों की नाकामी या सरंक्षण

चितरंगी क्षेत्र में लकड़ी माफियाओं के हौसला इस तरह बुलंद है कि फारेस्ट आफिस के महज 200 मीटर दुर पर लकड़ी काटने मे कामयाब हो जाते हैं और वन विभाग को भनक तक नहीं लगी।
दिलचस्प बात है कि जिले में दौरे पर आए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण किया गया।।
सिंगरौली जिले के चितरंगी वनपरिक्षेत्र करथुआ जंगल में अवैध कटाई वन विभाग के कर्मचारी कर रहे अनदेखी।
करथुआ फॉरेस्ट ऑफिस से 200 मीटर दूर सागौन की अवैध कटाई हुई । वन विभाग के कर्मचारी कर रहे अनदेखी जंगलों में सागौन की कीमती लकड़ी छोटे छोटे हरे पौधे है । जहां एक तरफ पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रामखेलावन पटेल विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण किया वहीं दूसरी ओर करथुआ वन परिक्षेत्र अबैध पेड़ पौधों की कटाई की जा रही है।
सरकार ऑक्सीजन (शुद्ध हवा )के वृक्षारोपण करने पर जोर दिया है ।
वहीं दूसरी ओर जंगलों की अवैध आधा धुंध कटाई की जा रही है।
करथुआ वन विभाग के अधिकारी रामसजीवन जयसवाल( रेंजर,) अशोक मिश्रा(डिप्टी ) पर लकड़ी तस्करो को संरक्षण देने का आरोप लग रहे हैं।
Video 01- जंगल में सागौन के हरे पौधे की अवैध कटाई
Video 02- वन परिक्षेत्र कार्यालय करथुआ