एनटीपीसी सिंगरौली शक्तिनगर में धम्म प्रकाश पर्व एवं डॉ. अंबेडकर विद्यालय स्थापना दिवस का आयोजन

एनटीपीसी सिंगरौली शक्तिनगर में धम्म प्रकाश पर्व एवं डॉ. अंबेडकर विद्यालय स्थापना दिवस का आयोजन

 

एनटीपीसी सिंगरौली, शक्तिनगर में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कर्मचारी कल्याण समिति के तत्वावधान में दिनांक 14 अक्टूबर 2025 को धम्म प्रकाश पर्व एवं डॉ. अंबेडकर विद्यालय का स्थापना दिवस बड़े उत्साह और गरिमामय वातावरण में मनाया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री संदीप नायक, कार्यकारी निदेशक एवं परियोजना प्रमुख, एनटीपीसी सिंगरौली तथा गणमान्य अतिथियों द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र–छात्राओं ने संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के आदर्शों से प्रेरित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें समता, शिक्षा और मानवता के संदेश गुंजायमान हुए।

अपने प्रेरक संबोधन में श्री संदीप नायक ने कहा कि “डॉ. अंबेडकर का जीवन संघर्ष, ज्ञान और कर्मशीलता का प्रतीक है। उन्होंने हमें सिखाया कि शिक्षा ही व्यक्ति को समाज में सम्मान दिलाने की सबसे बड़ी कुंजी है।” उन्होंने आगे कहा कि “अंबेडकर का जीवन हमें यह सन्देश देता है कि जाति, धर्म या वर्ग के भेदभाव से ऊपर उठकर हमें प्रेम, समानता और भाईचारे के मार्ग पर चलना चाहिए।”

कार्यक्रम में श्री विनायक कुमार बनसौंड, अपर महाप्रबंधक (सी एंड एम) एवं अन्य वक्ताओं ने भी बाबा साहब के कृतत्व पर अपने सारगर्भित विचार रखे।

कार्यक्रम में ए शिवा कुमार, अपर महाप्रबंधक (सी एच पी), श्री तुफैल अहमद, उप महाप्रबंधक (मा० सं०), डॉ. ओम प्रकाश, उप महाप्रबंधक (मा० सं० – राजभाषा), श्री आर. एस. राम, सचिव, श्री प्रभुनाथ, सह व्यवस्थापक, श्री प्रदीप कुमार, प्रधानाचार्य (डॉ. अंबेडकर विद्यालय), श्री सुरेन्द्र भारती, श्रीमती सरिता देवी, श्रीमती शीला सिंह सहित बड़ी संख्या में एनटीपीसी सिंगरौली कॉलोनी परिसर के अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर श्री आर एस राम ने डॉ. अंबेडकर के विचारों — “शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो” — को आत्मसात करने का आह्वान किया तथा उनके जीवन दर्शन को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थितजनों के साथ राष्ट्र निर्माण में समानता और सामाजिक न्याय के प्रति संकल्प के साथ हुआ