शुक्रवार को शाम 7:58 पर होगा चन्द्रोदय, करवा चौथ कल
संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी कल, चंद्र देव को दूध से अर्घ्य देखकर उनका दर्शन कर करे पूजन: पं. डॉ. एनपी
सिंगरौली 8 अक्टूबर। संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी एवं सौभागकांक्षणी स्त्रियों में करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष चतुर्थी 10 अक्टूबर दिन शुक्रवार को किया जाएगा।
ज्योतिषविद् पं. डॉ. एनपी मिश्र महाप्रबंधक शिवधाम मंदिर बैढ़न के अनुसार इस दिन चंद्रोदय शाम 7:58 बजे होगा। उसी समय चंद्र देव को दूध से अर्घ्य देखकर उनका दर्शन पूजन किया जाएगा। करवा चौथ के दिन कई अत्यंत शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जैसे सिद्धि योग और शिववास योग। माना जाता है कि इन शुभ संयोगों में की गई पूजा और व्रत का महत्व व फल कई गुना बढ़ जाता है । करवा चौथ के दिन सिद्धि योग और शिववास योग जैसे शुभ संयोगों का बनना महिलाओं के लिए वरदान से कम नहीं है, इन शुभ योगों में व्रत और पूजा करने से मनोकामना जल्द ही पूरी होती है और जीवन में खुशहाली आती है, शिववास योग में पूजा करने से माता पार्वती और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और करवा चौथ के दिन ऐसे शुभ योग में व्रत करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वहीं करवा चौथ के दिन बन रहे सिद्धि योग में की गई पूजा दांपत्य जीवन और अन्य निजी संकटों को दूर करने में सहायक होती है, इसके अलावा यह शुभ संयोग व्रती के सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला माना गया है। करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के बीच के प्रेम, समर्पण और विश्वास का प्रतीक होता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रखती हैं और अखण्ड सौभाग्य और सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद मांगती हैं।