भारत का कृषि क्षेत्र सफलता की एक कहानी है: आर्थिक समीक्षा 2023-24
आर्थिक समीक्षा कृषि क्षेत्र के लिए पांच नीतिगत सिफारिशों पर प्रकाश डालती है
बुनियादी खाद्य सुरक्षा से पोषण सुरक्षा की ओर बढ़ना वर्तमान समय की जरूरत है
सभी फसलों को एक समान प्रोत्साहन से जुड़े ढांचे को बढ़ावा देने का समय आ गया है: आर्थिक समीक्षा 2023-24
कृषि क्षेत्र के सामने खड़ी हैं तीन चुनौतियां: खाद्य एवं पोषण सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और अहम संसाधनों का टिकाऊ उपयोग
केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज संसद में ‘आर्थिक समीक्षा 2023-24’ पेश करते हुए कहा कि भारत का कृषि क्षेत्र सफलता की एक कहानी है। देश ने 1960 के दशक के खाद्य पदार्थों की कमी और आयातक देश से कृषि उत्पादों का निर्यातक बनने तक एक लंबा सफर तय किया है।
आर्थिक समीक्षा में देश के बुनियादी खाद्य सुरक्षा से पोषण सुरक्षा की ओर रुख करने को वर्तमान समय की जरूरत बताया गया है। आर्थिक समीक्षा के अनुसार, हमें ज्यादा दालें, मोटे अनाज, फल एवं सब्जियों, दूध, मांस की जरूरत है और बुनियादी सामानों की तुलना में उनकी मांग तेजी से बढ़ रही है। इसलिए, कृषि क्षेत्र की नीतियां ‘मांग आधारित खाद्य प्रणाली’ के अनुरूप होनी चाहिए। साथ ही खाद्य प्रणाली के ज्यादा पोषक होने और प्राकृतिक संसाधनों के अनुरूप होने पर जोर देना चाहिए।