पीएम गतिशक्ति के तहत नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप की 76वीं बैठक में पांच प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं का मूल्यांकन किया गया
एनपीजी ने सड़क और रेल अवसंरचना परियोजनाओं का मूल्यांकन किया
पीएम गतिशक्ति के तहत नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की 76वीं बैठक कल नई दिल्ली में उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के अपर सचिव श्री राजीव सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई। रेल मंत्रालय (एमओआर) और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) की परियोजनाओं का मूल्यांकन पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (एनएमपी) में उल्लिखित एकीकृत योजना के सिद्धांतों के साथ उनके संयोजन के लिए किया गया।
वाराणसी – दीन दयाल उपाध्याय खंड तीसरी और चौथी लाइन
उत्तर प्रदेश राज्य में भारतीय रेलवे की हावड़ा-दिल्ली मुख्य लाइन के वाराणसी-पंडित दीन दयाल उपाध्याय खंड, एक दोहरी विद्युतीकृत यात्री और माल लाइन, तीसरी और चौथी लाइनों को जोड़ने के साथ विस्तार के लिए तैयार है। लगभग 16.72 किलोमीटर की लंबाई वाली यह ब्राउनफील्ड परियोजना बढ़ती यातायात भीड़ पर ध्यान देगी और इसका उद्देश्य क्षमता और औसत गति में सुधार करना है जो कोचिंग और मालगाड़ियों दोनों के लिए परिचालन दक्षता में सुधार करने में मदद करेगी।
160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति के लिए डिज़ाइन की गई नई लाइनें विद्यमान मार्ग के समानांतर चलेंगी। कुल मिलाकर, तीसरी और चौथी लाइनों को जोड़कर वाराणसी-पंडित दीन दयाल उपाध्याय खंड का विस्तार वर्तमान भीड़भाड़ के मुद्दों को हल करने और भविष्य में यातायात वृद्धि का समर्थन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जाता है।
खरसिया – नया रायपुर – परमलकासा डबल लाइन
छत्तीसगढ़ राज्य में मुंबई-हावड़ा ट्रंक रूट के खरसिया-परमलकासा खंड में 277.917 किलोमीटर की नई डबल लाइन के साथ महत्वपूर्ण उन्नयन होगा। यह परियोजना खरसिया जंक्शन (बिलासपुर-झारसुगुड़ा खंड) से परमलकासा (दुर्ग-नागपुर खंड) तक क्षमता का विस्तार करेगी, जो खरसिया से 186.65 किलोमीटर दूर नया रायपुर से जुड़ेगी, जिससे परिवहन और परिचालन दक्षता में सुधार होगा।
प्राथमिक लक्ष्य वर्तमान लाइनों पर अत्यधिक भीड़भाड़ को कम करना है, जहाँ विद्यमान क्षमता उपयोग 100 प्रतिशत से अधिक है। नई लाइन इन क्षमता बाधाओं को कम करने और भविष्य में, विशेष रूप से आस-पास के क्षेत्रों से कोयला, लोहा, खाद्यान्न, उर्वरक और सीमेंट यातायात में अपेक्षित वृद्धि के साथ यातायात वृद्धि का समर्थन करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह परियोजना 8 यात्री ट्रेनों और 19-27 मालगाड़ियों की सहायता करेगी, जो क्षेत्र के परिवहन नेटवर्क के लिए इसके रणनीतिक महत्व को उजागर करती है।
नागालैंड में विद्यमान राष्ट्रीय राजमार्ग-202 को सिंगल लेन रोड से 2 लेन पेव्ड शोल्डर तक चौड़ा करना
नागालैंड राज्य में लगभग 244 किमी की लंबाई के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग-202 के प्रस्तावित विस्तार का उद्देश्य पाँच महत्वपूर्ण जिलों: मोकोकचुंग, तुएनसांग, शमटोर, किफिर और फेक में कनेक्टिविटी में सुधार करना है। यह परियोजना तुएनसांग जिला शहर में किमी 90.450 पर राष्ट्रीय राजमार्ग -702बी तक विस्तारित होगी, जो म्यांमार सीमा तक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और भारत-म्यांमार व्यापार को मजबूत करेगी।