38 हजार के नकली नोटों के साथ आरोपी को विंध्यनगर पुलिस ने पकड़ा
पुलिस अधीक्षक ने पत्रकार वार्ता में दी जानकारी
(सिंगरौली)
मध्य प्रदेश में नए कानून होने के पश्चात पुलिस अपराध पर नियंत्रण के लिए निरंतर सख्त कार्यवाही कर रही है। पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा, पी.एस. परस्ते नगर पुलिस अधीक्षक विंध्यनगर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अर्चना दिवेदी व पुलिस टीम को 38 हजार 400 रूप्ये के नकली नोटो के साथ आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में बताया कि विगत कुछ दिनों से थाना प्रभारी विन्ध्यनगर अर्चना दिवेदी को इस बात की खबर मिल रही थी की क्षेत्र में एक व्यक्ति नकली नोटों को खपाने का प्रयास कर रहा है। जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी जाकर एक टीम सिविल ड्रेस में बाजार में तैनात की गई थी, जो इस बात की पतासाजी में गंभीरता से लगी हुई थी, जिस पर आज दिनांक 12-09-2024 को मुखबिर द्वारा जानकारी मिली कि एक व्यक्ति ढोंटी गांव में नकली नोटों की खेप पहुचाने आने वाला है, सूचना पर थाना प्रभारी द्वारा एक टीम उप निरीक्षक संदीप नामदेव के साथ ढोंटी गांव में भेजी गई, जहां संदेही के मिलने पर मौके पर ही पूछताछ की गई व तलासी ली गई, तो उसके पास 100 एवं 200 रुपये के नकली नोट मिले जिस संबंध में आरोपी से नाम पता पूछा गया जो अपना नाम चिन्टू उर्फ दिनेश साकेत पिता अयोध्या साकेत उम्र 25 वर्ष निवासी बनौली (खुटार) थाना बैढ़न का रहने वाला बताया तथा घर पर ही उक्त नकली नोटों को प्रिन्टर से प्रिन्ट कर बाजार में खपाने की बात बताया, जो आरोपी के बताये मुताबिक उसके घर बनौली से कलर प्रिंटर, लैपटाप, कागज एवं नोट तैयार करने में काम आने वाले उपकरणों को जप्त किया गया। आरोपी के घर से 500 के 4, 100 के 110, 200 के 127 नकली नोट बरामद किये गये हैं। जिन्हें आरोपी नकली के रूप में बाजार में चलाने के फिराक में था, आरोपी द्वारा बताया गया कि उसके द्वारा 50 रुपये के नकली नोट भी तैयार किये गये थे, जिसे वह छोटे दुकानदारों को देकर सामान ले लेता था, चूंकि नोट कम मूल्य वर्ग के थे, इसलिये दुकानदार भी ज्यादा चेक नहीं करते थे। आरोपी से जप्त नकली नोट पर थाना विन्ध्यनगर में अपराध धारा 180, 181, 182 बीएनएस के तहत कार्यवाही कर आरोपी से यह जानकारी ली जा रही है कि उक्त मामले में उसके द्वारा कितने रुपये की नोट प्रिंट किये गये और उसे कहां कहां खपाया गया।