केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 की प्रक्रिया के अनुसार ड्रॉ के माध्यम से राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, स्वायत्त बोर्ड और खोज समिति के अंशकालिक सदस्यों का चयन किया
राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों से 10 अंशकालिक सदस्यों, राज्य चिकित्सा परिषद से 9 अंशकालिक सदस्यों, प्रत्येक स्वायत्त बोर्ड के चौथे अंशकालिक सदस्य और खोज समिति के लिए एक विशेषज्ञ की नियुक्ति अगले दो वर्षों के लिए की गई
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी), स्वायत्त बोर्ड और खोज समिति के अंशकालिक सदस्यों की ड्रॉ के माध्यम से नियुक्ति प्रक्रिया में भाग लिया। नियुक्ति प्रक्रिया राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) अधिनियम, 2019 में दी गई है।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम 2019 के अनुसार, ये नियुक्तियां दो वर्षों के लिए की जा रही हैं। विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से सदस्यों का चयन निम्नलिखित श्रेणियों में किया गया है:
- एनएमसी के दस अंशकालिक सदस्यों का चयन चिकित्सा सलाहकार परिषद (पहले 2022 में नियुक्त) में गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, झारखंड, चंडीगढ़ और मध्य प्रदेश के नामित सदस्यों में से किया जाता है।
- एनएमसी के नौ अंशकालिक सदस्यों का चयन चिकित्सा सलाहकार परिषद ( पहले 2022 में नियुक्त) में पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, नागालैंड, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, जम्मू और कश्मीर, असम, मणिपुर और उत्तराखंड के राज्य चिकित्सा परिषद के नामित सदस्यों में से किया जाता है।
- चिकित्सा सलाहकार परिषद (पहले 2022 में नियुक्त ) में राज्य चिकित्सा परिषद के नामित व्यक्ति से प्रत्येक स्वायत्त बोर्ड के चौथे सदस्य (अंशकालिक सदस्य) का चयन किया गया है।
(क) स्नातक चिकित्सा शिक्षा बोर्ड के लिए: अरुणाचल प्रदेश
(बी) स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा बोर्ड के लिए: ओडिशा
(ग) चिकित्सा मूल्यांकन और रेटिंग बोर्ड: हरियाणा
(घ) नैतिकता और चिकित्सा पंजीकरण बोर्ड: पंजाब
- जम्मू एवं कश्मीर से एक विशेषज्ञ को खोज समिति के लिए नामित किया गया।
विशेषज्ञों के नामों की सूची नीचे दिए गए अनुलग्नक में दी गई है। डॉ में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मीडियाकर्मी भी मौजूद थे।
इस कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव (अतिरिक्त प्रभार) श्रीमती निवेदिता शुक्ला वर्मा, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव डॉ. विनोद कोतवाल और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।