यातायात के नियमों की उड़ रही धज्जियां
सड़क पर वाहन दौडा रहे नाबालिग
स्कूलों में दो पहिया वाहन लेकर जा रहे नाबालिग छात्रों की निगरानी नही कर पा रही यातायात
रीवा शहर में यातायात के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है आटो में जहां छात्रों को ठूंस ठूंस कर भरा जाता है वहीं नाबालिग स्कूलों के लिए निजी वाहनों से वेतरतीव वाहन चलाते देखे जा सकते हैं इतना ही नही इन अवैधानिक चालकों और नाबालिग अबैध वाहन चालकों के कारण शहर में घंटों में जाम लगता है आखिर यातायात विभाग नियमों को ताक में रखकर वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?*यह सवालिया निशान यातायात पुलिस पर लग रहे हैं?
यातायात के जिम्मेदार अधिकारी केवल अपने मातहतों पर निर्भर है कभी जमीनी हकीकत देखने सड़क पर नही आते केवल औपचारिकता कर पल्ला झाड़ लेते हैं और जनता घंटों जाम के झाम में उलझ कर रह जाती है
उल्लेखनीय है कि रीवा शहर के अस्पताल चौराहा, जय स्तंभ, घोड़ा चौराहा, फोर्ट रोड, प्रकाश चौराहा, अमहिया मार्ग सुबह से जाम के उलझन में आम जन तड़फते रहते हैं और यातायात कर्मी ताल ठोकते अन्य चौराहों में देखे जाते हैं किसका ग्रहण यातायात पर लग गया है कह पाना मुश्किल है केवल आम जन का वाहन से नियत स्थान पर पहुचना दूभर है न तो समय पर कर्मचारी कार्यालय पहुंच पाते और न ही व्यापारी व्यापार के नियत स्थान पर?
कहां सो रही यातायात पुलिस